होम > सेहत और स्वास्थ्य

क्या है अर्जुन की छाल और इसके फायदे - मेधज न्यूज़

क्या है अर्जुन की छाल और इसके फायदे - मेधज न्यूज़

आज बात करते है कि अर्जुन की छाल किसे कहते है और इसके फायदे क्या हैं। अर्जुन वृक्ष एक सदाबहार वृक्ष होता है। यह वृक्ष प्रमुख औषधीय वृक्षों में एक माना जाता है। आमतौर पर अर्जुन की छाल और रस का औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। जब बात आयुर्वेद की आती है तो इसके सामने किसी भी तरह के रोगों का टिकना असंभव हो जाता है। अर्जुन पेड़ का अर्जुननामकरण केवल इसके स्वच्छ सफेद रंग के आधार पर किया गया है। आयुर्वेद में मुख्य रूप से इसका इस्तेमाल काढ़े के रूप में किया जाता है। यह इंफेक्शन, संक्रमण, गले की खराश, सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियों को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है।

तो आइये जानते है अर्जुन की छाल के फायदों के बारे में

आप सभी को पता है कि हाल ही के दिनों में हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़ गए हैं। इससे अछूता नहीं है। बॉलीवुड के कई बड़े कलाकारों का निधन हार्ट अटैक से हुआ है। इसके अलावा, सामान्य जनमानस भी इससे प्रभावित हुए हैं। इनमें दो प्रमुख कारण तनाव और बैड कोलेस्ट्रॉल है। तनाव से उच्च रक्तचाप बढ़ता है। वहीं, उच्च रक्तचाप से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। अर्जुन की छाल बढ़ते कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करता है। क्योंकि अर्जुन की छाल में हाइपोलिपिडेमिक पाया जाता हैं। इससे शुगर कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। अर्जुन की छाल का सेवन करना फायदेमंद होता है। अर्जुन की छाल में कैंसर रोधी गुण होता है जो कैंसर के जोखिमों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। नियमित रूप से अगर आप अर्जुन की छाल का काढ़ा पीते हैं। तो आप कैंसर के जोखिमों को कम कर सकते हैं। गले की खराश को दूर करने के लिए अर्जुन की छाल का सेवन करें. यह गले में कफ, सीने में बलगम की परेशानी को कम कर सकता है। अगर आप गले की खराश से परेशान हैं। तो रोजाना 1 कप अर्जुन की छाल का सेवन करें। अर्जुन की छाल पेट की चर्बी दूर करने के लिए बहुत कारगर मानी जाती है| यह कब्ज, पाचन तंत्र से जुड़ी परेशानी को भी दूर करने में सहायक है| अर्जुन की छाल में हाइपोलिपिडेमिक गुण मौजूद होता है जो वज़न घटाने में बहुत कारगर है।

नोट :- मेधज न्यूज़ उपरोक्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।