यहां बैलगाड़ी की सवारी के लिए चुकानी पड़ती है मोटी रकम, धर्म से जुड़ा हुआ है मामला
बैलगाड़ी (Bullock Cart) का सवारी का अपना एक अलग ही मजा है। पहले लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए इसका खूब उपयोग करते थे। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर लोग इसकी सवारी करते दिख जाते हैं। इनका किराया भी लगभग 50 से लेकर 100 या उससे कुछ ही अधिक होता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां बैलगाड़ी की सवारी करने के लिए इंसान को मोटी रकम चुकानी पड़ती है।
यह स्थान मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रतलाम (Ratlam) जिले में है। यहां पर बिबरोड गांव में बने भगवान ऋषभदेव के मंदिर (Rishabhdev Temple) तक लोग बैलगाड़ी पर सवार होकर जाते हैं, जिसका किराया कहीं ज्यादा है। अब आप सोच रहे होंगे कि आज के जमाने में जहां मोटरसाइकिल और कार की कोई कमी नहीं है, यातायात की हर सुविधाएं उपलब्ध है, तो लोग आखिर बैलगाड़ी की ही सवारी क्यों करते हैं? और वह भी तब जब इनका किराया इतना ज्यादा है।
दरअसल, मंदिर तक बैलगाड़ी पर सवार होकर जाने के पीछे एक मान्यता है। कहा जाता है कि बैलगाड़ी से ऋषभदेव के मंदिर में जाने पर जीवन में सुख समृद्धि ज्यादा आती है। बहुत से लोग तो यहां आने से पहले ही बैलगाड़ी बुक करा लेते हैं, ताकि यहां पहुंचने के बाद उन्हें कोई झंझट न हो। 2 से 3 लोगों की संख्या का परिवार छोटी बैलगाड़ी बुक करता है, जिसके लिए करीब 2 हजार देने पड़ते हैं। वहीं, जिनके परिवार में अधिक लोग है, वे बड़ी बैलगाड़ी लेते हैं, जिसका किराया 5 से 8 हजार तक के बीच होता है।