बिहार: सफाई कर्मियों की पाँचवें दिन भी हड़ताल जारी

राजधानी पटना में सफाई कर्मियों की पाँचवें दिन भी हड़ताल जारी, जिससे शहर के अधिकांश चौक चौराहों पर लगे कचरे के अंबार से निकलने वाली बदबू का लोगो को सामना करना पड़ रहा है। जिससे सड़को से गुजरना अब मुश्किल हो गया है,अगर हड़ताल जारी रही तो अनेको बीमारियों का प्रकोप बढ़ जायेगा।जिससे आम जनता की परेशानी बढ़ जायेगी, बिहार सरकार को उचित निर्यण लेते हुये इस समस्या का समाधान करना चाहिए। नगर निगम की माने तो 800 टन से अधिक कूड़े का उठाव होता था। लेकिन हड़ताल के बाद 200 से 250 टन उठाव हो रहा है।
राजधानी में प्रदर्शनकारी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने, समान काम के लिए समान वेतन, अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति और अन्य के बीच आउटसोर्सिंग नहीं करने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निकाय संयुक्त संघर्ष मोर्चा और बिहार राज्य स्थिर निकाय कर्मचारी महासंग ने दावा किया, कि 38,000 से अधिक संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी शनिवार से राज्य भर में हड़ताल पर हैं, घर-घर कचरा संग्रह, सड़क किनारे से कचरा उठा रहे हैं। और कस्बों और शहरों में सड़कों की सफाई का काम कर रहे है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल का नेतृत्व कर रहे चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती, वे इसे वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा,हमने मांगों का 11 सूत्री चार्टर जमा कर दिया है, लेकिन राज्य सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। हम धरना जारी रखेंगे, और काम फिर से शुरू नहीं करेंगे।
दीघा निवासी सौरव कुमार ने ट्वीट किया कि दीघा रेलवे कॉलोनी क्षेत्र में, हम एक सप्ताह से सफाई कर्मचारियों को कचरा इकट्ठा करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। नगर निकाय को घर-घर कचरा संग्रह के लिए कुछ करने की जरूरत है।
पीएमसी अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि शहर में मंगलवार को घर-घर कूड़ा उठाने और मुख्य सड़कों की सफाई के लिए 414 वाहनों को निकाला गया, इसमें कहा गया है, मुख्य रूप से दो शिफ्ट में जोनल टीमों के साथ आउटसोर्स कर्मियों और मशीनों की मदद से सफाई का काम चल रहा है।