कौशाम्बी जिले की बदहाल अलवारा झील

अलवारा झील उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले के अलवारा गाँव
में स्थित एक बारहमासी जल भराव क्षेत्र है। यह झील यमुना नदी से जुड़ी है और
स्थानीय रूप से इसे अलवारा ताल कहा जाता है। इस झील का जल स्तर ग्रीष्मकाल में गिर
जाता है लेकिन वर्षा ऋतु में बढ़ जाता है। कौशाम्बी के महेवाघाट घाट इलाके में 10
किलोमीटर के दायरे में स्थित अलवारा झील एक प्राकृतिक रूप से बनी झील है और लगभग 2200
हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है। यह झील पूर्व में पौर काशी रामपुर ग्राम, उत्तर में टीकारा ग्राम, दक्षिण में शाहपुर ग्राम और पश्चिम में यमुना
नदी से घिरी हुई है।
कुछ लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियों जैसे पाडबेल, जलकुंभी, काटनग्रास, मैंग्रोव, डैक्टिलोरिथस, कमल, सीतनिक और कुछ संकटग्रस्त
पक्षियों की प्रजातियों जैसे सारस क्रेन की मौजूदगी इस बारहमासी आर्द्रभूमि वाली झील
की विशेषता है। सर्दियों में लगभग 25 हजार स्थानीय व प्रवासी साइबेरियन पक्षी यहां
आते हैं। इस झील
में वनस्पतियों और जीवों की विशाल श्रृंखला है, जिसकी विविधता कई भौतिक-रासायनिक विशेषताओं से प्रभावित है।
अलवारा झील की प्राकृतिक छटा गतिशील है, जो निकटवर्ती यमुना नदी से वार्षिक बाढ़ द्वारा निर्मित होती
है।
स्थानीय व विभागीय स्तर पर उपेक्षा की शिकार इस झील का
अस्तित्व आज संकट में है जिसे विशेष प्राथमिकता की आवश्यकता है।