भारत

CBSE की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने के लिए विद्यार्थी जायेंगे सुप्रीम कोर्ट 

देश में corona वायरस के वर्तमान हालातों को देखते हुए कक्षा 10वीं और 12वीं के तकरीबन एक लाख विद्यार्थियों ने पेटीशन पर हस्ताक्षर कर सरकार से मई में आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने या ऑनलाइन आयोजित करने की मांग की थी। इसके साथ ही देशभर के परीक्षार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों ने मिलकर ट्विटर पर हैशटैग ‘कैंसल बोर्ड एग्जाम्स 2021’ को ट्रेंड कराया था। लेकिन CBSE ने इन दोनों मांगों को खारिज करते हुए तय वक्त पर ही दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला सुनाया। 

CBSE ने कहा कि परीक्षार्थियों की सुरक्षा के लिए इस साल परीक्षा केंद्रों की संख्या में भी 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जाएगी। अभी तक दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए पिछले साल के मुकाबले 2500 से ज्यादा परीक्षा केंद्रों को चिन्हित किया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना  वायरस के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी। बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि इस साल करीब 7,500 परीक्षा केंद्रों पर दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं होंगी।
 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button