शासन

कांवड़ संघों की भावना का सम्मान होना चाहिए : सीएम योगी

उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरे लहर को देखते हुए इस साल कावंड़ यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया है। सरकार ने कांवड़ संघों से ही बातचीत की। इस पर संघों ने खुद ही कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है। सावन मास की धार्मिक परंपरा के तहत 25 जुलाई से कांवड़ यात्रा प्रस्तावित थी।
सीएम के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल कांवड़ संघों से बातचीत कर रहे थे। बातचीत में कोरोना संक्रमण और इसकी संभावित तीसरी लहर पर चर्चा की गई, जिसके बाद इस साल कांवड़ यात्रा रद्द करने का फैसला लिया है। 
आपको बता दे कि  प्रदेश के दो दर्जन से अधिक धार्मिक संगठनों ने इस बार सावन के महीने में कावड़ यात्रा न निकालने का फैसला किया था। कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के चलते अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कांवड़ संघों से अपील की है कि वह इस बार कांवड़ यात्रा पर नहीं निकालें। परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि तथा महामंत्री हरि गिरि ने कहा कि कांवरिये सांकेतिक तौर पर यह आयोजन करें। वह घर के आसपास शिवालयों में जलाभिषेक कर सकते हैं। तीसरी लहर आने की संभावना को देखते हुए कांवड़ यात्रा स्थगित करना ही ठीक है। शिव भक्तों से मेरा निवेदन है कि आप अपने गांव के शिवालयों में गंगाजल का अभिषेक करें या फिर अपने घरों में शिवलिंग की स्थापना करके गंगाजल का अभिषेक करें।
सीएम योगी ने सीएम ऑफिस से ट्वीट कर कहा कि श्रावण मास की पावन कांवड़ यात्रा के संबंध में अधिकारियों से वार्ता के दौरान कांवड़ संघों ने कोरोना के दृष्टिगत इस वर्ष यात्रा स्थगित रखने का निर्णय लिया है। सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ संघों की इस भावना का सम्मान होना चाहिए।।

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