शासन

आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा उत्तर प्रदेश

2017 में सत्ता में आई उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने रविवार को अपने साढ़े चार साल पूरे कर लिए है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के लक्ष्य के अनुरूप उत्तर प्रदेश राज्य के इतिहास में सबसे पारदर्शी और विकासोन्मुखी सरकार बनकर उभरा है।
4.5 साल पूरे होने पर 19 सितंबर को लोक भवन में भव्य समारोह का आयोजन किया गया है, जहां सीएम योगी मंत्रिपरिषद के साथ सरकार के अब तक के सफर पर चर्चा करेंगे। सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बीमारू की छवि से देश में पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था होने का खामियाजा भुगत रहा उत्तर प्रदेश लगातार प्रयास से देश की दूसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। प्रदेश के युवाओं को सशक्त करते हुए पिछले साढ़े चार साल में साढ़े चार लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है। मिशन शक्ति जैसी योजनाओं और एंटी रोमियो स्क्वॉड जैसे अभियानों के साथ, योगी के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया है।
2017 तक, राज्य में बेरोजगारी दर 17 प्रतिशत तक थी, जबकि आज यह 4 प्रतिशत हो गई है। कोविड प्रबंधन के उत्तर प्रदेश मॉडल को विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित दुनिया भर से प्रशंसा मिली है।
‘डबल इंजन’ सरकार से उत्तर प्रदेश के आम लोगों को काफी फायदा हुआ है। नतीजतन, पीएम किसान योजना, स्वच्छ भारत मिशन, उज्ज्वला योजना, और उजाला योजना या खाद्यान्न उत्पादन हो, उत्तर प्रदेश सभी में शीर्ष स्थान पर है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सबसे बड़ी नीतिगत जीत किसानों के जीवन को बदलने और उन्हें आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने का संकल्प है। इसके 4.5 साल के शासन में 2.94 लाख करोड़ रुपये से अधिक किसानों के खाते में स्थानांतरित किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में 45.74 लाख से अधिक गन्ना किसानों को 2017-2021 के बीच 1,44,000 करोड़ रुपये से अधिक का रिकॉर्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया गया है जो सरकार के किसान समर्थक रुख को दर्शाता है।
अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के साथ, राज्य ने अपने 4.5 वर्षों में ‘अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश’ के सपने को साकार किया है। विपक्षी दल भी उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की तारीफ करते रहे हैं। राज्य ने पिछले 54 महीनों में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं देखा है।
साढ़े चार साल के भीतर ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की राष्ट्रीय रैंकिंग में उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। राज्य भारत में सबसे अच्छा व्यापार और निवेश गंतव्य बन गया है।
पिछले साढ़े चार वर्षों में सरकार ने विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं और कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं और अन्य लाभों को लाया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बलिया-लिंक एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे जैसी ढांचागत परियोजनाओं से राज्य ने विकास का एक नया युग लिखा है। 
राज्य अब विमानन क्षेत्र में ऐतिहासिक काम करने का दावा करता है, जल्द ही कुशीनगर में एक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। जेवर और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के चल रहे निर्माण कार्य से राज्य में विमानन को पंख लगेंगे।
समर्पित और प्रतिबद्ध कार्यबल के साथ यह पारदर्शी कार्य संस्कृति इस नए उत्तर प्रदेश की पहचान है।

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