आईपीएस से आईएएस बनने तक का सफर ऐसे हुआ पूरा, जानें यूपीएससी सफलता के लिए टिप्स
पहले 2015 में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद नौकरी ज्वाइन की। मगर झारखंड के दीपांकर चौधरी को नौकरी रास नहीं आई। तो उन्होंने नौकरी छोड़ 2016 में यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू की।
सिविल सेवा परीक्षा के शुरुआती दो प्रयासों में वो असफल हुए। मगर उन्होंने विश्वास बनाए रखा और मेहनत के साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 166 वीं रैंक हासिल कर आईपीएस सेवा पाई। उन्होंने आईपीएस पद को स्वीकार करते हुए नौकरी ज्वाइन की।
नौकरी ज्वाइन करने का अर्थ ये नहीं था कि वो इस पद से संतुष्ट थे। उन्होंने आईपीएस पद पर नियुक्ति के बाद यूपीएससी के लिए अपनी तैयारी जारी रखी। उनका मूल लक्ष्य आईएएस अधिकारी बनना था।
इसके लिए वो लगातार मेहनत से पढ़ाई करते रहे और चौथे प्रयास में उन्होंने आईएएस बनने के लिए में सफलता पाई। इस बार उनकी तैयारी इतनी अच्छी थी कि 166 की जगह उन्होंने 42 वीं रैंक हासिल की। इस रैंक के साथ वो आईएएस बन सके।
गलतियों से सीखा
अपने लक्ष्य और मनचाहे पद को पाने के लिए उन्होंने अथक प्रयास किए। अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने काफी प्रयास किया। उन्होंने अपनी कमजोरियों और गलतियों पर खास ध्यान दिया। उन गलतियों को समय के साथ सुधारा और उसके बाद सफलता हासिल की।
बेसिक किताबों से की पढ़ाई
उन्होंने मीडिया को बताया कि यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए वो सिर्फ किताबों पर आश्रित नहीं रहे। उन्होंने किताबें पढ़ने के लिए अधिक तनाव नहीं लिया। उन्होंने आसानी से उपलब्ध होने वाली कुछ बेसिक किताबों से अपनी तैयारी की। इसके अलावा कुछ खास राइटर की किताबें भी पढ़ी। पढ़ाई के साथ ही रिवीजन करना भी महत्वपूर्ण होता है।
मैगजीन और अखबार को बनाएं दोस्त
यूपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं को वो सलाह देते हैं कि करंट अफेयर्स संबंधित मैगजीन जरुर पढ़ें। इसके अलावा अखबार पढ़ने की आदत भी डालें। ऐसा करने से करेंट अफेयर्स पार्ट मजबूत होता है जो परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
टेस्ट पेपर देना न भूलें
तैयारी के लिए सिर्फ पढ़ना जरूरी नहीं है। टेस्ट पेपर देना भी आवश्यक होता है। इससे फाइनल परीक्षा के लिए काफी मदद मिलती है। सैंपल पेपर देने और उसे एनालाइज करने से अपनी तैयारी की जानकारी होती है।