कैप्टन के इस्तीफे के बाद “पॉवर कपल” डीजीपी दिनकर गुप्ता-विन्नी महाजन की बढ़ सकती है मुश्किलें
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद राज्य के दो प्रमुख पदों पर काबिज दंपत्ति डीजीपी दिनकर गुप्ता और उनकी पत्नी विन्नी महाजन के लिए भी अब रास्ते मुश्किलों भरे हो सकते है। बता दें कि डीजीपी दिनकर गुप्ता कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेहद खास बताए जाते है।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते ही दोनों अधिकारियों की किस्मत भी बदलने वाली है। दोनों पति पत्नी के ऊपर पंजाब सरकार के दो महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारियां रही है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दोनों बड़े पदों से डीजीपी दिनकर गुप्ता और विन्नी महाजन की छुट्टी हो जाए।
गुप्ता के कैप्टन से रहे है अच्छे संबंध
राज्य में डीजीपी दिनकर गुप्ता की नियुक्ति सुरेश अरोड़ा के बाद हुई थी। मुख्यमंत्री और दिनकर गुप्ता के संबंधों को काफी अच्छा बताया जाता है। वहीं गुप्ता पंजाब डीजीपी पद संभालने से पहले कई पदों पर सेवाएं दे चुके है। वो डीजीपी इंटेलिजेंस पंजाब में तैनात थे।
वो 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी है। उन्होंने लुधियाना, जालंधर, होशियारपुर के एसएसपी के तौर पर सात सालों तक जिम्मेदारी संभाली है। वो जालंधर रेंज, लुधियाना रेंज, काउंटर इंटेलिजेंस और इंटेलिजेंस के डीआईजी रह चुके है। उन्होंने अपनी बहादुरी के बल पर 1992 में पुलिस मेडल हासिल किया। यही नहीं 2010 में अपनी सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मान पाया है।
पत्नी भी है वरिष्ठ अधिकारी
वहीं उनकी पत्नी विनी महाजन भी 2020 में राज्य की पहली महिला चीफ सेक्रेटरी बनी थी। उन्होंने चीफ सेक्रेटरी करण अवतार सिंह की जगह ली थी। बता दें कि विनी 1987 बैच की आईएएस अधिकारी है। चीफ सेक्रेटरी बनने से पहले वो इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स, इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी, गवर्नेंस रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रीवांस और इंवेस्टमेंट प्रमोशन विभाग में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी तैनात थी।
उन्होंने अपने कार्यकाल में पंजाब में हर वर्ष 20 हजार करोड़ का निवेश करवाया। उनकी बदौलत ही पंजाब ने वर्ष 2019 में दावोस में हुए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लिया। राज्य में शानदार इन्वेस्टर समिट करने का श्रेय भी उन्हीं को है।
इसके अलावा उन्होंने पर्सनल एंड विजिलेंस विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी का पद भी संभाला है। जानकारी के मुताबिक विनी शुरुआत से ही काफी होनहार रही है। वो दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन करने के बाद आईएएस एकेडमी में गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुकी है। वो आईआईएम कोलकाता की छात्र भी रह चुकी है।