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कुलदीप ने क्यों कहा, बबल में रहना कठिन है

श्रीलंका के खिलाफ रविवार को पहले वनडे मैच में शीर्ष क्रम के दो विकेट लेने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा है कि खेलने के अवसरों के बिना बायो-बबल में जीवन कठिन है और खुद को लेकर संदेह पैदा करता है।
26 वर्षीय कुलदीप ने पिछले 16 महीनों में बहुत कम क्रिकेट खेला है। पिछले 16 महीनों में कुलदीप ने सिर्फ एक टेस्ट, तीन वनडे खेले हैं जबकि उनके हिस्से एक भी टी20 मैच नहीं अयाा है।
यादव ने श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे के बाद वर्चुअल मीडिया इंटरैक्शन के दौरान कहा, बायो-बबल का जीवन मुश्किल है। खासतौर पर ऐसे में अगर आप नहीं खेल रहे हैं। इसके बाद तो आपके मन में संदेह पैदा होने लग जाता है।
कुलदीप ने आगे कहा, ऐसे कई लोग हैं, जो आपसे बात करना चाहते हैं और आपकी मदद करना चाहते हैं, लेकिन अगर आप बहुत से लोगों से बात करते हैं, तो आप अपने भीतर संदेह पैदा करते हैं। यह एक टीम खेल है। कुछ लोगों को मौके मिलते हैं, कुछ को नहीं। हमें अपने मौके का इंतजार करना चाहिए।
यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल दोनों लंबे समय बाद साथ खेल रहे थे। उन्होंने पिच पर दो-दो विकेट लिए जिससे स्पिनरों को थोड़ी मदद मिली।
उत्तर प्रदेश के गेंदबाज, जो कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी खेलते हैं, ने कहा कि वह युजवेंद्र चहल के साथ फिर से खेलकर खुश हैं। दोनों ने भारत को कई सीरीज जीतने में मदद की है, जिसमें 2018 में दक्षिण अफ्रीका में पहली बार वनडे सीरीज जीतना भी शामिल है।
कुलदीप ने कहा, मैं बहुत खुश था कि हम लंबे समय के बाद एक साथ खेल रहे हैं। हम एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। जब भी हमें मैदान पर एक-दूसरे की जरूरत होती है, मैं उसका मार्गदर्शन करता हूं और वह मेरा मार्गदर्शन करता है। हम अच्छी बॉन्डिंग है। जब भी हम गेंदबाजी करते हैं तो हम एक-दूसरे के साथ सहज होते हैं। यह जमीन पर दिखता है। जिस तरह से हमने प्रदर्शन किया। यह टीम के लिए बहुत अच्छा था।

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