कच्चे तेल की कीमत उच्चतम स्तर पर फिर भी पेट्रोल-डीजल स्थिर

अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर कच्चे तेल और इसके उत्पादों की
कीमतें एक दशक के उच्चतम स्तर
पर पहुंच गई हैं, लेकिन सरकारी ईंधन
खुदरा विक्रेताओं ने
पेट्रोल और डीजल कीमतों को
'फ्रीज' किया हुआ है। सरकारी कंपनियों
का ईंधन खुदरा कारोबार में
90 प्रतिशत का हिस्सा है।
इस समय ईंधन के दाम, लागत के दो-तिहाई पर ही हैं, जिससे निजी कंपनियों को
नुकसान हो रहा है। इससे जियो-बीपी, रोसनेफ्ट समर्थित
नायरा एनर्जी और
शेल के समक्ष या तो दाम बढ़ाने या
अपने ग्राहक गंवाने
का संकट पैदा हो गया है।
एफआईपीआई निजी क्षेत्र की
कंपनियों के अलावा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल)
और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) को अपने सदस्यों में गिनता है।
भारत में पेट्रोल की दरों
में दैनिक आधार पर संशोधन किया जाता है। कीमतें हर दिन सुबह 06:00 बजे संशोधित की जाती
हैं। । जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो भारत में कीमतें
बढ़ती हैं। आज भी पेट्रोल-डीज़ल के रेट
में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
प्रमुख शहरों में आज का पेट्रोल और डीजल का मूल्य इस
प्रकार है।
चेन्नई पेट्रोल: 102.63 रुपये प्रति लीटर और
डीजल: 94.24 रुपये प्रति लीटर
मुंबई पेट्रोल:
111.35 रुपये प्रति लीटर और डीजल: 97.28 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता पेट्रोल:
106.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल: 92.76 रुपये प्रति लीटर
दिल्ली पेट्रोल:
96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल: 89.62 रुपये प्रति लीटर
लखनऊ पेट्रोल: 96.57 रुपये प्रति लीटर और डीजल:
89.76 रुपये प्रति लीटर