सेहत और स्वास्थ्य

कोरोना वैक्सीन लगाने वालों को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी ये चेतावनी

कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर रोज नए शोध, नई जानकारियां सामने आती रहती है। कोरोना से बचाव के उद्देश्य के साथ देश और दुनिया में वैक्सीनेशन अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है। इस समय देश और विदेशों में डेल्टा वेरिएंट ने अपना कहर बरपाया हुआ है।

वहीं कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है कि वैक्सीनेशन कराया जाए। दरअसल माना जा रहा है कि वैक्सीनेशन लगने के बाद लोगों को मौत का खतरा कम हो रहा है। यही नहीं वो बीमार पड़ने से भी बच रहे है।

इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्मावीनाथन ने कहा है कि वैक्सीनेट लोगों में डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे है।

उन्होंने कहा कि हॉस्पिटलाइजेशन के अधिकतर मामले उन जगहों पर देखे जा रहे हैं जहां वैक्सीनेशन लगाने की दर बेहद कम है। यहां संक्रामक डेल्टा वेरिएंट तेजी से अपने पांव फैला रहा है।

वहीं सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार वैक्सीनेशन के बाद हॉस्पिटलाइजेशन और मौत के 75% मामले 65 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों में दिखे है।

इस संबंध में डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि वैक्सीनेशन लगाने वाले लोग अगर सुरक्षित हो चुके हैं तो इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि इंफेक्शन अब फैल नहीं सकता है। यानी इंफेक्शन ट्रांसमिट का खतरा लगातार बना हुआ है।

बीते दिनों कोविड लक्षणों को लेकर हुई एक स्टडी में कुछ लक्षणों के बारे में पता चला है। इस स्टडी में पता चला है कि वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाने के बाद लोगों में कुछ लक्षण दिख रहे है।

इस स्टडी के मुताबिक वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसे सिरदर्द, नाक बहना, गले में खराश, छींक आना, खांसी जैसे कई लक्षण देखने को मिल सकते है।

कुछ मामलों में वैक्सीन के दूसरी डोज लेने के बाद भी संक्रमित हो सकता है। ऐसे में उसे सिरदर्द, नाक बहना, छींक, गले में खराश, जैसे लक्षण होते है।

वैक्सीन न लेने पर होगा ये

अगर किसी व्यक्ति ने वैक्सीन नहीं लगवाई है तो उसे बुखार, खांसी, नाक बहना, गले में खराश जैसे लक्षण दिख सकते है। रिपोर्ट में सांस लेने में तकलीफ को शामिल नहीं किया गया है।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण का नया वेरिएंट यानी डेल्टा वेरिएंट लोगों को अपना शिकार बना रहा है। यूके, अमेरिका, यूरोप में इसके कई मामले देखने को मिले है। ये वेरिएंट युवाओं के साथ साथ पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुके लोगों को भी अपना शिकार बना रहा है।


Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button