300 करोड़ रुपये की लागत से नहरों की पुल/पुलियों की मरम्मत, नवनिर्माण का कार्य युद्धस्तर पर

सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह के निर्देशों के अनुरूप प्रदेश की नहरों पर स्थित 25050 जर्जर एवं क्षतिग्रस्त पुल-पुलियों का जीर्णोद्धार एवं मरम्मत का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। इसके लिए 300 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। इन पुल-पुलियों की मरम्मत हो जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को अपने उत्पादों को परिवहन करने में आसानी होगी, वहीं दूसरी ओर आम जनता को बाधा रहित आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी।
सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुल-पुलियों की मरम्मत के लिए विभिन्न नहर संगठनों को धनराशि आवंटित की गई है और मरम्मत के लिए सौ दिन का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह का अभियान सिंचाई विभाग में पहली बार चलाया जा रहा है। आगामी वर्षों में भी पुल-पुलियों के जीर्णोद्धार पुनर्निर्माण एवं नवनिर्माण का प्रदेशव्यापी कार्यक्रम चलता रहेगा।
उल्लेखनीय है कि सिंचाई विभाग की विभिन्न नहरों पर लगभग 70,000 पुल-पुलियों का पक्का ढाँचा मौजूद है। इसमें से बहुत सारी संरचनाएं आजादी के पहले की बनी हुई हैं। मौजूदा समय में जर्जर हालत में पहुंच चुकी हैं, इसलिए इनको ठीक कराया जाना आवश्यक है।