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बजट प्रक्रिया अंतिम चरण में, ‘हलवा समारोह’ के बाद हफ्तेभर बंद रहेंगे वित्त मंत्रालय के कर्मचारी

बजट प्रक्रिया अंतिम चरण में, ‘हलवा समारोह’ के बाद हफ्तेभर बंद रहेंगे वित्त मंत्रालय के कर्मचारी

भारत सरकार के केंद्रीय बजट 2023-24 की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है, 26 जनवरी को वित्त मंत्रालय के नार्थ ब्लॉक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में हलवा समारोह संपन्न किया गया इस अवसर पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और डॉ. भागवत किसनराव कराड वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित रहे, हलवा सेरेमनी के बाद बजट छापने की प्रक्रिया में शामिल कर्मचारी बजट पेश होने तक नजरबन्द रहेंगे।


क्यों मनाया जाता है हलवा समारोह

भारत में ऐसी मान्यता है कि कोई अच्छा काम करने से पहले मीठी शुरुआत होनी चाहिए, चूँकि बजट एक लम्बी प्रक्रिया से गुजरने के बाद बनता है तथा इसकी छपाई से पहले कर्मचारियों को मीठा खिलाकर इस प्रक्रिया की शुरुआत की जाती है इसके बाद सम्बंधित कर्मचारी मंत्रालय के बेसमेंट में बजट आने तक इसकी गोपनीयता बनाये रखने के लिए बंद रहते हैं।


क्या होता है बजट

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के तहत भारत में एक वर्ष के केंद्रीय बजट को वार्षिक वित्तीय विवरण के रूप में वर्णित किया गया है इसके तहत केंद्र सरकार वित्तीय वर्ष शुरू होने से पहले संसद में अगले एक वर्ष के लिए आय व व्यय का लेखा जोखा पेश करती है इसे ही बजट कहा जाता है। 


बजट से जुड़े रोचक तथ्य

1. स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर को आर० के० शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था।

2. मोरारजी देशाई ने सर्वाधिक 10 बार बजट पेश किया।

3. बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री इंदिरा गाँधी थीं, 1970 में उनके पास प्रधानमंत्री के अलावा वित्त मंत्रालय का कार्यभार भी था।

4. निर्मला सीतारमण ने अब तक का सबसे लम्बा बजट भाषण दिया जो 2 घंटे 40 मिनट का था।

5. पहले रेल बजट आम बजट से अलग होता था जिसे 2017 में आम बजट में शामिल कर दिया गया।

6. 2017 से से पहले बजट फरवरी के अंत में पेश किया जाता था लेकिन 2017 से इसे 1 फरवरी को पेश किया जाने लगा।