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क्या है निसार सैटेलाइट तथा यह भारत के लिए कितना है अहम, आइये जाने

क्या है निसार सैटेलाइट तथा यह भारत के लिए कितना है अहम, आइये जाने

अमेरिकी अंतरिक्ष प्रबंधन कम्पनी 'नासा' तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान 'इसरो' मिलकर संयुक्त प्रयास से एक सैटेलाइट निसार विकसित कर रहे हैं, निसार पृथ्वी का अवलोकन करके आंकड़ों को भेजेगा इन आंकड़ों से धरती की प्रक्रियाओं को समझने में मदद मिलेगी तथा भविष्य के खतरों से निपटने में सहायता मिलेगी।

क्या है निसार सैटेलाइट

निसार का पूरा नाम नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार सैटेलाइट है इसे अमेरिका स्थित जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में बनाया गया है 2800 किलोग्राम वजन के इस सैटेलाइट को 8 मार्च को C-17 ग्लोबमास्टर विमान द्वारा बंगलुरु लाया गया, अगले वर्ष इसे आंध्र प्रदेश से लॉन्च किया जायेगा।


12 दिन में लगाएगा पृथ्वी का एक चक्कर

सैटेलाइट निसार पृथ्वी की निचली कक्षा में 747 किलोमीटर ऊपर से 12 दिन में एक चक्कर पूरा करेगा तथा यह एक समय में 240 किलोमीटर क्षेत्र की फोटो लेने में सक्षम होगा, इस प्रोजेक्ट पर इसरो के 99 मिलियन डॉलर तथा नासा के 808 मिलियन डॉलर खर्च होंगे तथा यह पांच वर्षों तक कार्य करेगा।

क्या महत्त्व है निसार सैटेलाइट का

निसार सैटेलाइट से पृथ्वी पर होने वाली प्राकृतिक घटनाओं जैसे ज्वालामुखी, भूकंप, जंगली आग, तूफान, ग्लेशियरों के पिघलने आदि के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त की जा सकेगी यह उपग्रह पृथ्वी की उन्नत तथा साफ तस्वीरें देने में सहायक सिद्ध होगा इसके अतिरिक्त यह भारत के सामरिक दृस्टि से महत्वपूर्ण साइटों जैसे भारत की सीमाओं तथा अन्य महत्वपूर्ण जगहों की निगरानी में मदद कर सकेगा, कृषि के क्षेत्र में यह मौसम से सम्बंधित बेहतर आंकड़े प्रदान करेगा जिससे बेहतर कृषि योजनाएं बनाई जा सके।