राज्य
…तो कुमाऊं में हरीश रावत की घेराबंदी करने के लिए बीजेपी ने बढ़ाया अजय भट्ट का कद?
उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करना बीजेपी का आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट से सांसद अजय भट्ट ने 2019 के संसदीय चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। अब हरीश रावत अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सक्रिय हैं। ऐसे में बीजेपी ने पहले कुमाऊं से क्षत्रिय चेहरे पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान देकर और अब कुमाऊं से ब्राह्मण चेहरे अजय भट्ट को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाकर कांग्रेस और खासकर हरीश रावत की घेराबंदी कर दी है।
दरअसल, हरीश रावत कुमाऊं की 29 विधानसभा सीटों पर गढ़वाल से ज्यादा प्रभाव रखते हैं। यही नहीं वह न सिर्फ बीजेपी को घेरने में कोई कोर कसर छोड़ते हैं, बल्कि आमजन से जुड़े रहने के लिए उनके बीच रहते हैं। बीजेपी को अगर उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार सरकार बनानी है तो उसे हरीश रावत के प्रभाव को कम करना ही होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि अजय भट्ट को मोदी की टीम में इसीलिए शामिल किया गया है। अजय भट्ट की छवि दमदार नेता की मानी जाती है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य की पांचों सीटें बीजेपी की झोली में डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब अजय भट्ट को नई जिम्मेदारी देकर उनके कद को और बढ़ाया गया है।
क्या राज्य की राजनीति में सक्रिय होंगे निशंक
कैबिनेट विस्तार से पहले शिक्षा मंत्री का पद संभाल रहे हरिद्वार से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। माना जा रहा है कि पूर्व सीएम निशंक को दोबारा उत्तराखंड की राजनीति में सक्रिय किया जा सकता है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।