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चीन के साथ राजनयिक सम्बन्धो को खोलने पर विचार - होंडुरास

चीन के साथ राजनयिक सम्बन्धो को खोलने पर विचार - होंडुरास

शियोमारा कास्त्रो, होंडुरास की राष्ट्रपति ने अपने विचारो को व्यक्त करते हुए कहा की, वह चाहती हैं कि उनका देश चीन के साथ आधिकारिक राजनयिक सम्बन्धो को खोले। यह कदम उठाने से ताइवान के स्व-शासित द्वीप के साथ अपने आधिकारिक संबंध समाप्त हो जाएंगे। आपको बता दे की, 2021 में कास्त्रो ने अपने चुनाव अभियान के दौरान कहा था की, बाद में पीछे हटने से पहले वह बीजिंग से संबंध बदल लेंगी। उन्होंने ही बीते मंगलवार की रात को ट्वीट करते हुए लिखा, उन्होंने अपने विदेश मंत्री को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना को मान्यता देने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया था।

इतना ही नहीं उन्होंने आगे लिखा, सरकारी योजना का पालन करने और सीमाओं का स्वतंत्र रूप से विस्तार करने के लिए मेरे दृढ़ संकल्प का संकेत था। वहीँ दूसरी तरफ, रॉयटर्स समाचार एजेंसी के मुताबिक, होंडुरास के विदेश मंत्री एडुआर्डो रीना ने बाद में स्थानीय टेलीविजन को बताया, हमें बहुत व्यावहारिक रूप से चीजों को देखना होगा और होंडुरन लोगों के लिए सर्वोत्तम लाभ की तलाश करनी होगी। इसी के साथ-साथ ताइवान के विदेश मंत्रालय ने बताया की, उसने होंडुरन सरकार के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की है और उसे अपने फैसले पर सावधानीपूर्वक विचार करने और चीन के जाल में नहीं पड़ने का आग्रह किया है।

वैसे तो शियोमारा ने अपने ट्वीट में ताइवान का जिक्र नहीं किया था, लेकिन चीन बीजिंग को मान्यता देने वाले देशों को ताइपे के साथ औपचारिक संबंध बनाए रखने की अनुमति नहीं देता है। विश्लेषकों का मन्ना है की, शियोमारा के अभियान की टिप्पणियों और वित्तीय सहायता के बारे में चीन के साथ हालिया चर्चाओं को देखते हुए होंडुरास का कदम अप्रत्याशित नहीं था। टेक्सास में सेंट थॉमस विश्वविद्यालय में ताइवान और पूर्वी एशिया अध्ययन कार्यक्रम के निदेशक याओ-युआन येह ने बताया, मुझे लगता है कि हम कुछ हद तक तैयार हैं, इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है। लेकिन यह ताइवान में जनता को थोड़ा आतंकित कर सकता है क्योंकि हमें दूसरे देश द्वारा फिर से छोड़ दिया गया है।