जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका ने मिसाइल परीक्षणों को लेकर उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाए

संयुक्त राज्य अमेरिका के
ट्रेजरी विभाग, जापान और
दक्षिण कोरिया ने
देश के अवैध
हथियार कार्यक्रमों से जुड़े
उत्तर कोरियाई अधिकारियों
पर प्रतिबंध लगाए
हैं। वाशिंगटन ने कहा
कि प्योंगयांग की
बैलिस्टिक मिसाइलें "क्षेत्र और पूरी
दुनिया के लिए
गंभीर जोखिम पैदा
करती हैं"।
संयुक्त राज्य अमेरिका
ने गुरुवार को
जॉन इल हो,
यू जिन और
किम सु गिल
को प्रतिबंध के लिए
चिन्हित किया। इन सभी को
यूरोपीय संघ ने
भी अप्रैल में
प्रतिबंधों के लिए
नामित किया था।
इन प्रतिबंधो के द्वारा
प्रतिबंध व्यक्तियों की किसी
भी यूएस-आधारित
संपत्ति को जब्त
कर उनके साथ
सभी प्रकार की
डीलिंग पर
रोक लगा दी
जाती हैं
हालांकि यह काफी
हद तक प्रतीकात्मक
दिखाई देते हैं।
दक्षिण कोरिया के विदेश
मंत्रालय ने सिंगापुर
और ताइवान के
एक व्यक्ति और
आठ संस्थाओं सहित
सात अन्य व्यक्तियों
पर प्रतिबंधों की
घोषणा की।
जापान ने नए
प्रतिबंधों के लिए
तीन संस्थाओं और
एक व्यक्ति को
भी नामित किया,
जापान के विदेश
मंत्रालय ने कहा,
जिसमें लाजर समूह
भी शामिल है,
जिस पर साइबर
हमले करने का
संदेह है।
चीन और रूस
ने उत्तर कोरिया
पर संयुक्त राष्ट्र
के अधिक प्रतिबंध
लगाने के हालिया
प्रयासों को यह
कहते हुए अवरुद्ध
कर दिया है
कि इसके बजाय
उन्हें तुरत प्रारम्भ
वार्ता में ढील
दी जानी चाहिए
और मानवीय नुकसान
से बचना चाहिए।
इसने वाशिंगटन को
जापान और दक्षिण
कोरिया के साथ-साथ यूरोपीय
भागीदारों के साथ
त्रिपक्षीय प्रयासों पर ध्यान
केंद्रित करने के
लिए छोड़ दिया
है।
इस वर्ष उत्तर
कोरिया द्वारा अब तक
60 से अधिक मिसाइलों
के रिकॉर्ड-ब्रेकिंग
परिक्षण तथा 18 नवंबर को
अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण
के बाद यह
नवीनतम प्रतिबंध लगाए
गए हैं।