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पाकिस्तान में आई नयी मुसीबत, जानें पूरी कहानी

पाकिस्तान में आई नयी मुसीबत, जानें पूरी कहानी

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में आटे की कमी के चलते हाहाकार मचा हुआ है। पाकिस्तान में पिछले 23 दिनों से आटे की किल्लत चल रही हैं। यहां बिजली की कीमत भी बढ़ रही है। पाकिस्तान में कुछ दिन पहले ही बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। वहां पर दवाईओं की किल्लत हो गई थी। गैस सिलेंडर खरीदना मुश्किल हो गया है। याद रहे कि सब्सिडी वाले आटे का स्टॉक खत्म हो गया है। इस वजह से सरकार देश के अलग-अलग हिस्सों में जनता को कम दामों पर आटे के पैकेट उपलब्ध करा रही है। इसे खरीदने के लिए लोग लंबी लाइनों में खड़े हुए नजर आ रहे हैं।

इसी बीच में पाकिस्तान में इस वक्त महंगाई दर 27.6% हो गई है। बता दे कि यह 1975 के बाद सबसे ज्यादा है। उस समय यह 27.77 हो गई थी। 31 जनवरी को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी IMF की एक टीम पाकिस्तान पहुंची है। यह 6 अरब डॉलर के लोन की अगली किश्त (1.2 अरब डॉलर) जारी करने की शर्तों पर बातचीत कर रही है।

जानकारी के लिए आपको बता दे कि IMF ने बेहद सख्त शर्तें रखी हैं। उसने इन तमाम शर्तों को पूरा करने के लिए पॉलिटिकल गारंटी भी मांगी है। IMF चाहता है कि पाकिस्तान सरकार इलेक्ट्रिसिटी और फ्यूल को 60% तक महंगा करे। टैक्स कलेक्शन दोगुना करने को कहा गया है। लिहाजा, यह तय माना जा रहा है कि 9 फरवरी को जब IMF और शाहबाज सरकार की बातचीत खत्म होगी और अगर सरकार यह शर्तें मान लेती है तो महंगाई करीब-करीब दोगुनी हो जाएगी।

इससे पहले पाकिस्तान का सेना प्रमुख बनने के डेढ़ महीने बाद ही जनरल सैयद असीम मुनीर 5 जनवरी 2023 को सऊदी अरब के दौरे पर गए थे इससे पहले मई 2022 में सऊदी अरब गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सऊदी से कुल 8 अरब डॉलर का राहत पैकेज लेने में कामयाबी हासिल हुई थी। इस समय सऊदी अरब ने पाकिस्तान को तेल के लिए दी जाने वाली वित्तीय राहत को भी दोगुना करने का वादा किया था।

याद रहे फाइनेंस मिनिस्टर भले ही सऊदी अरब और चीन से 13 अरब डॉलर के नए लोन मिलने का दावा कर रहे हों, लेकिन हकीकत कुछ और है। नवंबर की शुरुआत में दोनों देशों से बातचीत हुई थी और अब तक इनकी तरफ से कोई पैसा मिलना तो दूर, वादा भी नहीं किया गया। पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यूनकी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन तो एक कदम आगे निकल गया है। उसने पाकिस्तान से 1.3 अरब डॉलर की किश्त मांग ली। पाकिस्तान सरकार ने चीन की इस हरकत पर अब तक कुछ नहीं कहा है।