तालिबान ने दी पहली फांसी, जानें पूरा मामला

काबुल: अफगानिस्तान में जब से तालिबान की हुकूमत आई है तब
से वहां पर आये दिन धमाका हो रहा है अभी कुछ दिन पहले भी धमाका हुआ था उसमे भी कई
लोगों की जान गई थी। इसी बीच में आज तालिबान के
अधिकारियों ने एक व्यक्ति की हत्या के दोषी अफगान व्यक्ति को फांसी दे दी। आप को बता दे कि अफगानिस्तान के
नए शासकों द्वारा अगस्त 2021 में देश पर कब्जा करने के बाद से लागू की गई सख्त नीतियों को
जारी रखने और इस्लामी कानून या शरिया की अपनी व्याख्या पर टिके रहने के इरादें से
ऐसा किया गया। तालिबान सरकार के शीर्ष प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के अनुसार, पश्चिमी
फराह प्रांत में तालिबान के कई शीर्ष अधिकारियों
के सामने फांसी दी गई।
इससे पहले आज देश की तीन
सर्वोच्च अदालतों और तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा द्वारा
अनुमोदन के बाद मुजाहिद ने कहा, "सजा देने का
निर्णय बहुत सावधानी से किया गया था।" मारे गए व्यक्ति की पहचान हेरात प्रांत
के ताजमीर के रूप में हुई है और उसे पांच साल पहले एक अन्य व्यक्ति की हत्या करने
और उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन चोरी करने का दोषी ठहराया गया था।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि पीड़ित की पहचान पड़ोसी फराह
प्रांत के रहने वाले मुस्तफा के रूप में हुई है। बता दें कई अफगान पुरुष केवल एक
ही नाम का उपयोग करते हैं। प्रवक्ता मुजाहिद के एक बयान में कहा गया है कि पीड़ित
परिवार द्वारा अपराध का आरोप लगाने के बाद तालिबान सुरक्षा बलों ने ताजमीर को
गिरफ्तार कर लिया था। बयान में यह नहीं बताया गया कि गिरफ्तारी कब हुई, लेकिन ताजमीर ने कथित तौर पर हत्या की बात कबूल कर ली है।
जैसा कि आप सब को पता ही होगा कि 1990 के दशक के अंत में देश के पिछले तालिबान शासन के दौरान समूह
ने तालिबान अदालतों में अपराधों के दोषी लोगों को सार्वजनिक रूप से फांसी, कोड़े मारने और पत्थर मारने का काम किया था। 2021 में अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद 20 साल के युद्ध के बाद अमेरिका और नाटो बलों के देश से बाहर
होने के अंतिम हफ्तों में तालिबान ने शुरू में अधिक उदार होने और महिलाओं और
अल्पसंख्यक अधिकारों की अनुमति देने का वादा किया था।