शांति वार्ता से इनकार नहीं लेकिन युद्ध तब तक नहीं रुक सकता जब तक यूक्रेन हम पर हमले करना जारी रखेगा : पुतिन
सेंट पीटर्सबर्ग में हुए रूस-अफ्रीका फोरम के दौरान, पुतिन ने अफ्रीकी देश के नेताओं से मिलकर यह स्पष्ट किया कि रूस यूक्रेन के साथ शांति वार्ता के प्रस्ताव को खारिज नहीं करेगा। इससे पहले पुतिन ने यूक्रेन के साथ शांति वार्ता की बात को नकार दिया था, लेकिन इस बार उन्होंने इस मुद्दे पर एक प्रसारित मंच से इस बारे में बयान दिया है।
यूक्रेन के समर्थन में आ रहे हैं कई पश्चिमी देश
रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान संबंधों की गर्माहट तेजी से बढ़ रही है। यूक्रेन के समर्थन में पश्चिमी देश बढ़ते जा रहे हैं, जो रूस को आर्थिक और राजनीतिक दबाव में डाल रहा है। इस दौरान, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बयान दिया है, जिससे रूस के नागरिक चिंतित हो रहे हैं।
क्या कहा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने
रूस-अफ्रीका फोरम के दौरान अफ्रीकी देशों के नेताओं से पुतिन ने कहा कि हम यूक्रेन को लेकर शांति वार्ता के प्रस्ताव को खारिज नहीं करते है। लेकिन यह युद्ध तब तक नहीं रुक सकता जब तक यूक्रेन की सेना रूस पर हमले करना जारी रखेगी उन्होंने कहा कि वे हम पर हमला करेंगे तो हमें कार्रवाई करनी पड़ेगी उन्होंने कहा कि चीन तथा अफ़्रीकी देशों की तरफ से की जा रही शांति के लिए कोशिश इसका आधार बन सकती है।
रूसी नागरिकों की क्या है चिंता
यूक्रेन के हमलों और पुतिन के बयान के कारण, रूस के नागरिक भी चिंतित हो रहे हैं। युद्ध के दौरान आतंकवादी हमलों के खतरे के चलते रूसी नागरिकों की सुरक्षा भी खतरे में हो सकती है। इससे रूस के नागरिकों की मानसिक और भावनात्मक स्तिथि प्रभावित हो सकता है।
आखिर रूस की सेना कितनी ताक़तवर है?
रूस की सेना एक बड़ी और शक्तिशाली सेना है जिसमें विभिन्न शाखाएं और युद्धागार हैं। इसके पास विभिन्न तरह के हथियार, वायुसेना, और नौसेना के विकास के लिए अन्य संस्थान भी हैं। रूसी सेना विश्व में सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है।