ओडिशा सरकार ने पिछले चार वर्षों में जल क्षेत्र के विकास के लिए 46,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है और अगले पांच वर्षों में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 7 जुलाई, 2023 को राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्राप्त करने में सफलता के लिए ओडिशा और गंजम जिले की जल संसाधन टीम को सम्मानित करते हुए निवेश योजना की घोषणा की।
पटनायक ने कहा कि सरकार ओडिशा को जल सुरक्षित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और निवेश योजना उसी दिशा में एक कदम है। उन्होंने जल संसाधन विभाग से रणनीति बनाने और जलवायु के अनुकूल टिकाऊ जल बुनियादी ढांचे का निर्माण करने को कहा।
सरकार की निवेश योजना में जल संरक्षण, सिंचाई, पेयजल आपूर्ति और बाढ़ नियंत्रण की परियोजनाएं शामिल हैं। इसमें वर्षा जल संचयन, वाटरशेड विकास और वनीकरण की परियोजनाएँ भी शामिल हैं।
राज्य में जल सुरक्षा में सुधार के लिए सरकार पहले ही कई कदम उठा चुकी है। इनमें चेक डैम, तालाब और जलाशयों का निर्माण; जल संचयन संरचनाओं का विकास; और ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं।
सरकार की निवेश योजना से ओडिशा में जल सुरक्षा में और सुधार होने और राज्य को जल सुरक्षित राज्य बनने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
यहां कुछ प्रमुख परियोजनाएं हैं जो निवेश योजना का हिस्सा हैं:
• 100 नये जलाशयों का निर्माण
• 10,000 जल संचयन संरचनाओं का विकास
• 10 लाख हेक्टेयर भूमि में ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा
• 100 शहरी क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति का विस्तार
• 100 नये चेक डैम का निर्माण
• 100 जलग्रहण क्षेत्रों का विकास
• 500,000 हेक्टेयर भूमि का वनीकरण
सरकार को उम्मीद है कि निवेश योजना से राज्य में पानी की उपलब्धता को 20% तक सुधारने में मदद मिलेगी। इससे पानी की कमी से जूझ रहे लोगों की संख्या को 50% तक कम करने में भी मदद मिलेगी।
यह निवेश योजना ओडिशा को जल सुरक्षित राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसका राज्य के लोगों के जीवन पर खासा असर पड़ने की उम्मीद है।