अधिकारी फील्ड में जाकर ओवरलोड वाहनों की कड़ाई से जांच करें – परिवहन राज्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कल परिवहन निगम मुख्यालय टेहरी कोठी लखनऊ स्थित सभागार कक्ष में 14 मण्डलीय जिलों में खुलने वाले ड्राइविंग ट्रेनिंग टेस्टिंग इंन्स्टीट्यूट के सम्बंध में विभागीय अधिकारियों एवं ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़ी प्रतिष्ठित कम्पनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने प्रतिनिधियों से पीपीपी मॉडल अथवा सीएसआर के माध्यम से इन 14 डीटीटीआई सेन्टरों के संचालन, मेंटेनेन्स इत्यादि के लिए अपने प्रस्ताव विभाग को दो सप्ताह में देने के निर्देश दिये।
परिवहन मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा महत्वपूर्ण विषय है। प्रतिवर्ष दुर्घटना से होने वाली मृत्यु को कम करने हेतु हम सभी को प्रयास करना है जिससे कि लोगों को सुरक्षित यात्रा मुहैया करायी जा सके। यह एक लोकहित का विषय भी है। लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा में लोगों की सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। मंत्री के निर्देशों के क्रम में ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन ऑफ इण्डिया के प्रतिनिधि ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह में विजीट करके अपना प्रस्ताव विभाग को उपलब्ध करा देंगे। इसी प्रकार अन्य कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने भी दो सप्ताह में विभाग को अपना प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया।
परिवहन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को ओवरलोड वाहनों के नियमित चेकिंग के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग की शिकायतें लगातार आ रही हैं। ओवरलोडिंग की नियमित जांच हो और ओवरलोडिंग वाहनों का नियमानुसार चालान किया जाय, जिससे कि ओवरलोडिंग को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी सम्भागीय व उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी क्षेत्र में जाएं और वाहनों के ओवरलोडिंग के साथ-साथ बिना एचएसआरपी वाले वाहन या नम्बर प्लेट छिपाकर चलने वाले वाहनों की कड़ाई से जांच करें। शिकायत मिलने पर अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन वेंकटेश्वर लू, परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।