पटना में हुई विपक्षी पार्टियों की बैठक, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे सहित कई नेता हुए शामिल

बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के घर विपक्षी पार्टियों की बैठक शुक्रवार को हुई इस मीटिंग में कई पार्टियों के नेता शामिल हुए जिसमे आगामी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट होने की बातें की गईं तथा सभी पार्टियों को महत्वाकांक्षा छोड़ने की बात कही गई।
ये नेता हुए शामिल
पटना में हुई बैठक में कई नेताओं ने भाग लिए जिनमे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के CM एम के स्टालिन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बिहार के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव तथा महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, शरद पवार आदि नेता शामिल हुए।
सीटों के बंटवारे सहित कई मुद्दों पर हुई बात
बैठक में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक गठबंधन बनाने की बात हुई जिससे लोकसभा चुनाव में उसके खिलाफ निपटा जा सके इसके अलावा साझा मिनिमम प्रोग्रम तथा हर सीट पर भाजपा के खिलाफ संयुक्त प्रत्यासी उतारने व दिल्ली के अध्यादेश से संबंधित विषय पर भी चर्चा हुई।
दिल मिले न मिले हांथ मिलाते रहिए : बसपा सुप्रीमो मायावती
बहुजन समाज पार्टी को भी इस मीटिंग के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन उन्होंने इसमें भाग नहीं लिए उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि लोकसभा आम चुनाव के पूर्व विपक्षी पार्टियाँ जिन मुद्दों को मिलकर उठा रही हैं और ऐसे में नीतीश कुमार द्वारा विपक्षी नेताओं की पटना बैठक ’दिल मिले न मिले हांथ मिलाते रहिए’ की कहावत को ज्यादा चरितार्थ करती है।
उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी को ध्यान में रखकर इस प्रकार के प्रयास से पहले अगर ये पार्टियाँ अपने गिरेबान में झाँककर अपनी नीयत को थोड़ा पाक-साफ कर लेतीं तो बेहतर होता। ’मुँह में राम बग़ल में छुरी’ आख़िर कब तक चलेगा?