कड़े विरोध के बाद पाक ने वापस लिया स्कूलों में होली खेलने पर लगाए गए बैन का फैसला

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की प्रताड़ना कोई नई बात नहीं है, इस बार पाकिस्तान में हिन्दुओं के मुख्य त्योहारों में से एक होली पर प्रतिबन्ध का मामला सामने आया था जिसमे पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग ने स्कूल-कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में होली समारोह मनाने और खेलने पर रोक लगा दी थी।
पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग ने होली खेलने पर लगाई थी रोक
पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग ने 20 जून को एक पत्र के माध्यम से सभी शैक्षणिक संस्थानों में होली और उससे सम्बंधित कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगाई गई थी, पत्र में कहा गया था कि ऐसी सभी घटनाएं दुर्भग्यपूर्ण हैं जो हमारी सामाजिक सांस्कृतिक मूल्यों से पूरी तरह से अलग हैं और ये हमारे देश की पहचान को नुकसान पहुंचती हैं।
पाक में क्यों लगाई गई थी होली पर रोक
पाक उच्च शिक्षा आयोग द्वारा जिस पत्र के माध्यम से रोक लगाई गई थी उसमे स्पष्ट रूप से कारण तो नहीं दिया गया था लेकिन इस वर्ष कायद-ए-आजम यूनिवसिर्टी के छात्रों के द्वारा यूनिवर्सिटी कैंपस में होली मनाई थी जिसके वीडियो पाकिस्तान में वायरल हो गए थे उसी के परिणाम स्वरूप यह रोक लगाई गई थी।
भारी विरोध के चलते वापस लिया फैसला
पाकिस्तानी सांसद तथा पीएमएल पार्टी के नेता खीअल दास कोहिस्तानी ने इस फैसले को वापस लेने को कहा था उन्होंने कहा कि होली प्यार फैलाने वाले रंगों का त्यौहार है इस पर रोक क्यों इससे हिन्दू समुदाय आहत हो रहा है उन्होंने कहा था कि इस फैसले को वापस लिया जाये, खीअल दास तथा अन्य हिन्दू नेताओं के भारी विरोध के कारण यह फैसला वापस ले लिया गया।