पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद को किया सम्बोधित, 15 बार हुआ स्टैंडिंग ओवेशन तथा खूब बजी तालियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार अमेरिकी संसद ‘कांग्रेस’ को सम्बोधित करते हुए इतिहास रचा है प्रधानमंत्री ने जैसे ही भाषण की शुरुआत की सदन तालियों से गूंज उठा, प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान 79 बार तालियां बजी तथा प्रधानमंत्री को 15 बार हुआ स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया।
यहां कुछ लोग हैं, जिनकी जड़ें भारत से हैं: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां कुछ लोग हैं, जिनकी जड़ें भारत से हैं एक तो मेरे पीछे ही बैठी है जिन्होंने इतिहास रचा है मुझे पता चला है इस सदन में समोसा कॉकस इस सदन के स्वाद है हमें उम्मीद है, इस दौरान प्रधानमंत्री का इशारा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ था।
भारत लोकतंत्र की जननी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका पर मार्टिन किंग लुथर और गांधी का प्रभाव है, उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है, हमारे यहाँ पच्चीस सौ पार्टियां तथा 22 ऑफिशियल भाषाएं व हजारों बोलियां है उन्होंने कहा कि हर सौ किलोमीटर पर खान-पान का तरीका बदल जाता है, उन्होंने कहा कि भारत बहुत जल्दी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है।
हमारा विजन है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास
प्रधानमंत्री ने कहा जब भारत को आजादी मिली तो इससे कई अन्य देशों को प्रेरणा मिली और अन्य देश भी इस राह पर चले उन्होने कहा कि भारत का विजन सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है, उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले वर्ष ही आजादी के 75 वर्ष पूरे किये हैं यह लोकतंत्र का ही नहीं बल्कि विविधता का भी एक उत्सव है, पीएम में कहा कि अमेरिकी संसद को सम्बोधित करना एक बड़ा सम्मान है, इसके लिए में भारत की 1.4 अरब जनता के प्रति मैं आभार व्यक्त करता हूँ।
साझेदारी से नवाचार बढ़ता है तथा नए अवसर आते हैं जिससे मानवता का लाभ होता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तथा USA का इतिहास अलग अलग है लेकिन हमारे दृष्टिकोण एक जैसे हैं तथा हम समान नियति से एकजुट हैं, उन्होंने कहा कि साझेदारी से नवाचार बढ़ता है, तथा नए अवसर आते हैं जिससे मानवता का लाभ होता है उन्होंने कहा यदि हमारे समुद्र और आकाश सुरक्षित होते हैं, तो लोकतंत्र उज्जवल होगा ये हमारी साझेदारी का मिशन है, प्रधानमंत्री के सम्बोधन के बाद कई सांसदों ने उनके ऑटोग्राफ लिए तथा उनसे मिलने तथा सेल्फी लेने के लिए सांसदों में बहुत आतुरता देखी गई।