इमरान की पार्टी के नेताओं पर पार्टी छोड़ने का दबाव

इस्लामाबाद: पाकिस्तान अभी तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है वहां के हालात बेकाबू होते जा रहे है और जनता सड़कों पर है। आना वाला समय पाकिस्तान के लिए सही नही लग रहा है। इसी बीच में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद ही उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के हजारों समर्थकों और नेताओं की गिरफ्तारी कर नेताओं पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद लाहौर में कोर कमांडर मुख्यालय ‘जिन्ना हाउस’, रावलपिंडी में सैनिक मुख्यालय सहित सैन्य दुकानों और घरों पर हमलों का इसके लिए आड़ बनाया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर इन हमले की निंदा का अभियान चलाया जा रहा है। 11 मई का ही सेना के समर्थन में बैनर लगा दिए गए। कार रैलियां और कैंडल मार्च किए जा रहे हैं। 9 मई की घटना के बाद 18 नेता पार्टी छोड़ चुके हैं और 50 और छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। PTI से इस्तीफों का सिलसिला जारी है। वहीं, 9 मई की हिंसा के लिए PTI के एक और नेता और सिंध के पूर्व गवर्नर इमरान इस्माइल का उनके घर से गिरफ्तार किया गया है।
जैसा कि आप सब को ज्ञात होगा कि पाकिस्तान में पंजाब सरकार की टीम शुक्रवार का सर्च का वारंट लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जमां पार्क स्थित घर पहुंची और घर में घुसे ‘आतंकियों’ को सौंपने और सर्च पर बात की। हालांकि, सहमति नहीं बनी और टीम रात में लौट गई। इससे पहले पंजाब के सूचना मंत्री आमिर मीर ने दावा किया था कि घर में आतंकी घुसे हुए हैं और वहां से भागते हुए 14 आतंकियों का गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 2200 वांटेड की सूची इमरान का दी गई है। इमरान खान ने कहा कि वे हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक केवल एक व्यक्ति को सर्च की इजाजत देंगे। उन्होंने वांटेड बताकर पार्टी के 7500 लोगों को पकड़ा है।