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Oppenheimer के किस विवादित सेक्स स्क्रीन पर उठ रहे सवाल

फिल्म जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले क्रिस्टोफर नोलन की नई फिल्म ‘ओपनहाइमर’ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस फिल्म का एक सीन जिसमें किलियन मर्फी और फ्लोरेंस प्यू के बीच एक सेक्स सीन दिखाया गया है, उसके चलते भारतीय जनता में इसे लेकर गहरा विवाद हुआ है। इस सीन में ओपनहाइमर के किरदार को भगवद गीता के कुछ श्लोक पढ़ते हुए दिखाया गया है, जिसके कारण भारतीय धर्म संस्कृति को आहत करने का आरोप लगा है। इस बात का खुलासा अमेरिकी सेंसर बोर्ड ने फिल्म को R सर्टिफिकेट देकर किया है। इस विवाद के बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे और इस फिल्म के माध्यम से क्रिस्टोफर नोलन की रचनात्मकता और विचारधारा पर भी प्रकाश डालेंगे।

सीन का विवाद

‘ओपनहाइमर’ में एक सेक्स सीन है जिसमें ओपनहाइमर की प्रेमिका जीन टैटलॉक की नज़र ओपनहाइमर के बुक शेल्फ पर पड़ती है। उन्हें दिखता है कि वहां दुनियाभर की साइंस की किताबों के बीच एक अलग सी किताब रखी है। वो उसे उठाकर लाती हैं और ओपनहाइमर से पूछती हैं कि ये क्या है। ओपनहाइमर उसे संस्कृत भाषा की किताब बताते हैं, जिसमें भगवद गीता के कुछ श्लोक होते हैं। जीन उन्हें सेक्स के दौरान उस किताब की कुछ लाइनें पढ़ने को कहती हैं।

इस सीन को लेकर भारतीय जनता आहत हो गई है और कहा जा रहा है कि ये चीज़ हिंदू और सनातन धर्म का अपमान करती है। सोशल मीडिया पर इस सीन के विरोध में काफी कुछ लिखा जा रहा है। लोग इस विवाद को उठा कर भारतीय सेंसर बोर्ड पर भी सवाल उठा रहे हैं कि उसे सेक्स सीन के दौरान गीता का पाठ करने की क्यों इजाज़त दी गई है।

सीन का मक़सद

हालांकि इस सीन का असली मक़सद ओपनहाइमर और जीन के संबंध की गहराई को दिखाना था। इस सीन के माध्यम से नहीं दिखाया गया था कि ये गीता का अध्ययन संबंधित स्थिति में सही या गलत है, बल्कि इसे जीन और ओपनहाइमर के बीच तनाव के रूप में बताया गया था। जीन पक्की कम्युनिस्ट थी जबकि ओपनहाइमर एक विज्ञानी थे, और दोनों के संबंध इस विचारधारा के खिलाफ थे। इसी वजह से जीवन में आगे उन पर सोवियत संघ का जासूस होने के भी आरोप लगे।

फिल्म का अधिकारिक प्रतिक्रिया

फिल्म बनाने वाले क्रिस्टोफर नोलन ने अभी तक इस समस्या के बारे में कुछ नहीं कहा है. वे सावधान रह रहे हैं और अपनी फिल्म पर ध्यान आकर्षित करने के लिए खबरों में इसके बारे में बात नहीं कर रहे हैं। इसके बजाय, वे लोगों से शांत रहने और फिल्म के अच्छे हिस्सों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कह रहे हैं।

निष्कर्ष

फिल्म ‘ओपनहाइमर’ के विवादित सीन के बारे में तो अभी तक कोई निर्णय नहीं आया है, लेकिन यह विवाद लोगों के मन में खासा उत्साह और आपसी विचार-विमर्श को उत्पन्न कर रहा है। फिल्म में प्रस्तुत किए गए संबंध या युद्ध या अन्य विषयों के साथ, यह सीन भी एक कठिन विचारधारा को समझने और समर्थन करने का मौका प्रदान करता है।

FAQ

1. क्या वाकई ओपनहाइमर ने अपने जीवन में सेक्स के दौरान गीता पढ़ी थी?

जी हां, फिल्म में दिखाए गए सीन के माध्यम से ओपनहाइमर ने सेक्स के दौरान गीता का पाठ किया था।

2. क्या यह सीन नोलन की रचनात्मक आज़ादी की उपज है?

फिल्म में प्रस्तुत किए गए सीन वास्तविक तथ्यों पर आधारित हैं और नोलन की रचनात्मक आज़ादी की उपज नहीं हैं।

3. क्या सेंसर बोर्ड ने सीन को जस का तस छोड़ दिया है?

हां, लोगों का कहना है कि सेंसर बोर्ड ने सेक्स के दौरान गीता पढ़े जाने वाले सीन को जस का तस छोड़ दिया है।

4. क्या ‘ओपनहाइमर’ एटम बम बनाने वाली फिज़िसिस्ट रॉबर्ट जे. ओपनहाइमर की बायोपिक है?

हां, ‘ओपनहाइमर’ एटम बम बनाने वाली फिज़िसिस्ट रॉबर्ट जे. ओपनहाइमर की बायोपिक है।

5. किसने इस फिल्म का निर्देशन किया है?

‘ओपनहाइमर’ के निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन ने इस फिल्म का निर्देशन किया है।

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