17 महीने बाद रहाणे ने की टीम में वापसी, खेली शानदार पारी

भारत ने अभी हाल में ही में श्रीलंका, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट खेले थे,लेकिन उस टीम में रहाणे का नाम दूर तक नहीं था। लेकिन अब उसी प्लेयर अजिंक्य रहाणे ने WTC फाइनल के मैच में एक पारी से भारतीयों के दिल में मैच जीतने की उम्मीद जगा दी है। रहाणे WTC के फाइनल मैच में उस समय बैटिंग करने आए जब भारतीय टीम 71 रन पर 4 विकेट खो चुकी थी। रहाणे ने 89 रन की पारी खेली और टीम को 300 के स्कोर के नजदीक पहुँचाया। भारतीय क्रिकेट टीम से ये खिलाड़ी 2022 के बाद से गायब हो गया था।
रहाणे ने अपनी पारी के दम पर तीसरे दिन उन सभी के मन में एक उम्मीद जगाई, जो फैंस लगभग हार मान चुके थे। लेकन इसके पहले 11 जनवरी 2022 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में रहाणे ने 1 और 9 रन बनाए थे और ये मैच टीम हार गई थी । ये सीरीज का आखिरी टेस्ट था और टीम इंडिया को 2-1 से हारकर घर लौटना पड़ा। इसके बाद विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी और लंबे समय तक टेस्ट टीम के उप कप्तान रहे रहाणे को टीम से बाहर कर दिया गया।
रहाणे उस वक्त खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। आखिरी शतक के बाद उन्होंने घरेलू और विदेशी जमीन पर अलग-अलग टीमों के खिलाफ 15 टेस्ट खेले। जो 15 टेस्ट उन्होंने खेले थे उनमे कोई शतक नहीं बना पाए थे। इसके बाद उनकी जगह पर श्रेयस अय्यर को मौका मिला और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया।
इसके बाद भी रहाणे ने मुंबई से घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखा। उन्होंने 2021-22 में 3 मैच खेले, इनमें एक शतक और एक फिफ्टी की मदद से 185 रन बनाए। टीम फाइनल तक भी पहुंची थी। 2022-23 के रणजी सीजन में उन्होंने मुंबई की कप्तानी की। रहाणे ने इस बार 7 मैचों में 2 शतक और एक फिफ्टी की मदद से 634 रन बनाए। इसके बावजूद रहाणे को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होम टेस्ट सीरीज में मौका नहीं मिला था।
इसके बाद IPL मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने रहाणे को 50 लाख की बेस प्राइस पर खरीद लिया। रहाणे को मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलने का मौका मिला जिसे उन्होंने अपने हाथ से जाने नहीं दिया। उन्होंने महज 19 गेंद पर सीजन की फास्टेस्ट फिफ्टी लगाई और 27 गेंद पर 61 रन की पारी खेल टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया।
आईपीएल के दौरान केएल राहुल चोटिल हो कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो गए। इसके बाद सिलेक्टर्स को रहाणे को घरेलू क्रिकेट में अच्छे परफॉर्मेंस के आधार पर उन्हें WTC फाइनल के स्क्वॉड में शामिल करना पड़ा। इस टेस्ट मैच में भारत ने रहाणे की पारी के बदौलत ही फॉलो-ऑन बचाया।