
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में हाल ही में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें गांव के एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र किया गया और उसके साथ मारपीट की गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, और इसके बाद से ही मामले में सख्त कार्रवाई की गई है।
घटना का परिचय
मामला प्रतापगढ़ जिले के धरियावद कस्बे के पहाड़ा गांव का है जो चार दिन पहला हुआ था। घटना के समय रहने वाली महिला की एक साल पहले शादी हुई थी। उसके पास के गांव के युवक के साथ प्रेम-प्रसंग था। वह गर्भवती भी थी। चार दिन पहले, वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। जब परिवार को इसकी जानकारी हुई तो परिवार के लोगों ने महिला का पीछा किया और उसे पकड़ लिया।
राजस्थान में मणिपुर जैसी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक घटना घटी।
एक महिला को सरेआम निर्वस्त्र कर दिया गया और किसी ने उसकी मदद करने की कोशिश तक नहीं की।
लोग वीडियो रिकार्डिंग करते रहे।
ये देख कर मेरा खून खौल रहा है। pic.twitter.com/3O5Wj9s3xy— Arun Yadav🇮🇳 (@beingarun28) September 1, 2023
निर्वस्त्रीकरण किया और मारा पीटा
इसके बाद गर्भवती महिला को गांव लाया गया और उसके साथ निर्वस्त्रीकरण किया गया। इसमें महिला के माता-पिता और परिवार के अन्य लोग भी शामिल रहे। इस अत्याचार की वीडियो शुक्रवार शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
वीडियो पुलिस के संज्ञान में आया और उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने का फैसला किया। जिले के एसपी अमित कुमार अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. वहीं, इस मामले पर बांसवारा रेंज की आईजी एस परिमला ने भी संज्ञान लिया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मामले की जांच के लिए चार पुलिस थानों के अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जिसमें दो डीएसपी रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं. आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, और मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.
समाज में आलोचना
पीड़िता और आरोपी दोनों ही आदिवासी परिवार से आते हैं। पहाड़ा गांव भी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। घटना सामने आने के बाद, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश पर एडीजी क्राइम दिनेश एमएन प्रतापगढ़ रवाना हुए हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है और मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार और कांग्रेस पर निशाना साधा है, कहते हैं कि महिला सुरक्षा पर गहलोत सरकार के दावों का पर्दाफाश किया जा रहा है।
समापन
इस घटना ने समाज में आलोचना और चिंता का विषय बना है, और लोग इसके खिलाफ उठ खड़े हो रहे हैं। इस तरह के अपराधों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है, ताकि आदिवासी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।