RBI ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में नहीं किया इजाफा, रेपो रेट 6.50 प्रतिशत पर बनी रहेगी
RBI : भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग की बाद जानकारी दी कि रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया है यह 6.50% पर बनी रहेगी, RBI ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया है, वहीं रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024 के लिए महंगाई का अनुमान 5.1% से बढ़ाकर 5.4% कर दिया गया है।
RBI वित्तीय वर्ष 2024 में 6.5% रहेगी जीडीपी ग्रोथ
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की दर 6.5% पर बनी रहेगी, RBI गवर्नर ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद की दर का अनुमान 6.6 प्रतिशत रखा है, गवर्नर ने कहा कि सब्जियों की कीमत बढ़ने के कारण अगस्त महीने में महंगाई बढ़ सकती है।
रेपो रेट के न बढ़ने से EMI में नहीं होगा इजाफा
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट न बढ़ाने से लोन की Equated Monthly Instalment (EMI) में कोई बदलाव नहीं होगा, जून महीने में रिटेल महंगाई दर 4.25% से बढ़कर 4.81% हो गई थी तथा जून महीने में थोक महंगाई दर -4.12% पर दर्ज की गई।
RBI रेपो रेट से कैसे नियंत्रित करता है महंगाई
भारतीय रिजर्व बैंक के पास महंगाई से निपटने के लिए रेपो रेट एक शक्तिशाली टूल है जब RBI को लगता है कि बाजार में तरलता ज्यादा है तो वह रेपो रेट को बढ़ा देता है जिससे लोन महंगे हो जाते हैं और ग्राहकों को महंगा लोन मिलता है जिससे बाजार में तरलता कम हो जाती है इसके विपरीत जब RBI को लगता है कि बाजार में तरलता कम है तो वह रेपो रेट को कम कर देता है जिससे लोन सस्ते हो जाते हैं।