मतदाता सूची के पुनरीक्षण संबंधी कार्याे की समीक्षा प्रारम्भ
आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा उत्तर प्रदेश का भ्रमण करते हुए मतदाता सूची के पुनरीक्षण संबंधी कार्याे की समीक्षा प्रारम्भ कर दी गयी है।
प्रदेश में जनपद कानपुर नगर, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा एवं मेरठ में 75 जनपदों के जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस क्रम में कल दिनांक-15.09.2023 को जनपद कानपुर नगर में 17 जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।
भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेन्द्र शर्मा एवं नितेश व्यास की अध्यक्षता में दिनांक 15.09.2023 को जनपद कानपुर नगर के कानपुर विकास प्राधिकरण के सभागार में 17 जनपदों यथा बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हमीरपुर, हरदोई, जालौन, झांसी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, खीरी, ललितपुर, लखनऊ, महोबा, रायबरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर तथा उन्नाव के जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आगामी लोक सभा निर्वाचन की तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में मतदाता सूची की तैयारियो के संबंध में चर्चा की गयी।
उपर्युक्त बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धमेन्द्र शर्मा एवं नितेश व्यास के अतिरिक्त निदेशक दीपाली मासिरकर, सचिव, पवन दीवान एवं अवर सचिव, प्रफुल्ल अवस्थी द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश नवदीप रिणवा के साथ अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारीगण चन्द्रशेखर, निधि श्रीवास्तव, कुमार विनीत तथा रत्नेश सिंह द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बैठक में मतदाता सूची को शुद्ध बनाने हेतु अर्ह मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज करने, मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने, ई0पी0 एवं जेण्डर रेशियो सुधारने के संबंध में निर्देश दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये कि यह प्रयास किया जाए कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से वंचित न रह जाए।
बैठक में 18-19 वर्ग के युवा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने हेतु विश्वविद्यालयों, तकनीकी एवं मेडिकल कालेजों, आई0टी0आई0, पालीटेक्निक आदि शैक्षणिक संस्थाओं में विशेष कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि राजनैतिक दलों के साथ निरन्तर बैठकें आयोजित कर मतदाता सूची को शुद्ध बनाने में उनके भी सुझाव ले लिये जाएं तथा उनके सुझावों का गुण-दोष के आधार पर परीक्षण कर कार्यान्वित करने के संबंध में भी कदम उठाये जाए।