यह किला गोवा राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और गोवा के राजसी इतिहास का एक महत्वपूर्ण भाग है। यह किला गोवा राज्य में स्थित एक पुरातात्विक स्थल है। किले का निर्माण विशाल पहाड़ियों की ऊँची चोटी पर किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य गोवा को समुद्री दुर्भाग्यों से बचाना था और पूर्वी भारतीय तट से आने वाले ख़तरों से रक्षा करना था। यह किला गोवा के अन्य किलों की तुलना में छोटा है, लेकिन इसका इतिहास और समुद्र तट पर स्थिति इसे विशेष बनाती है। यह अवसरवादी भवन की शृंगारशैली में बना हुआ है। इसके दीवारों पर तलवारें और तोपें रखकर रक्षा के लिए उपयोग किया जाता था।
यह गोवा के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इसके दीवारों से आप एक शानदार नजारा देख सकते हैं। और इसका भव्य स्वरूप पर्यटकों को आकर्षित करता है।
गोवा कैसे पहुंचे?
गोवा पहुंचने के लिए आप बस, ट्रेन अथवा फ्लाइट का सहारा ले सकते है।
हवाई मार्ग से:- गोवा के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा, दाबोलिम हवाई अड्डा है। गोवा का इंटरनेशनल एयरपोर्ट वास्कोडिगामा में स्थित है। जहां नेशनल एवं इंटरनेशनल फ्लाइट्स का आवागमन होता है।
रेल मार्ग से:- गोवा के दो रेलवे स्टेशनों में वास्कोडिगामा एवं मडगांव शहर में दो बड़े जंक्शन स्थित हैं। यहाँ से बस, कैब, ऑटो इत्यादि वाहनों की मदद से आराम से पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग से:- गोवा के राजमार्ग महाराष्ट्र से अच्छी तरह से जुड़े हुए है। आप महाराष्ट्र पहुँचकर वहाँ से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेकर गोवा पहुँच सकते हैं। मुम्बई से गोवा पणजी बस अड्डे के लिए कई वाल्वों बसें चलती है जिनके सहारे आराम से गोवा पहुंचा जा सकता है।