
मध्य प्रदेश राज्य में सतना जिले में स्थित एक गाँव है। जो अपने प्राचीन बौद्ध स्तूप, कलाकृतियों एवं अन्य पुरातात्विक वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से प्राप्त पुरातात्विक महत्व की वस्तुएँ, सम्राट अशोक के काल के भग्नावशेष से प्राप्त हुए हैं। यहाँ पर 14वीं सदी का प्रारंभिक देवनागरी शिला लेख भी मिला है।
जगत देव तालाब मानव निर्मित जलाशय हैं। यह सतना रेलवे स्टेशन के पास स्थित है। सतना के प्रसिद्ध शिव मंदिर जगत देव तालाब के किनारे पर स्थित है। इसके नजदीक कुछ अन्य पूजानीय स्थल पशुपति नाथ मंदिर, श्री रघुवीर मंदिर, डाली बाबा आदि स्थान भी हैं। भादुगाँव में तालाब के पास राम जानकी मंदिर स्थित है। इस मंदिर में भगवान श्री राम एवं माता सीता कि मुर्तिया स्थापित है।
यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय:- यहाँ अक्टूबर से मार्च के बीच का समय अच्छा माना जाता हैं। क्योंकि सर्दियों के मौसम में पर्यटकों को भरहुत स्तूप घूमने में किसी तरह की कोई परेशानी नही होती हैं।
भरहुत कैसे पहुंचें:
सतना शहर भारत के लगभग सभी बड़े शहरो से परिवहन के द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है ।
हवाई मार्ग से:- सतना हवाई अड्डे से भरहुत स्तूप की दूरी सिर्फ लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर हैं।
रेल मार्ग से:- सतना रेल्वे की दूरी भरहुत स्तूप से लगभग 2 किलोमीटर दूरी पर हैं।
सड़क मार्ग से:- भरहुत स्तूप सड़क मार्ग के माध्यम से आसपास के शहरो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। इसलिए आप बस के माध्यम से भी भरहुत स्तूप आसानी से पहुँच सकते है।