मणिपुर हिंसा पर सुरक्षा एजेंसियां की नजर, कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए 135 कंपनियां मौजूद
पिछले कुछ दिनों से मणिपुर में सांप्रदायिक हिंसा जारी है, इस बीच दो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर उन्हें निर्वस्त्र करने का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में हड़कंप मच गया, इस बीच सरकारी एजेंसियों और सुरक्षा बलों ने मणिपुर की सभी घटनाओं की जांच तेज कर दी है, आधिकारिक सूत्रों ने मुताबिक शुक्रवार को इसकी जानकारी दी हैं।
मणिपुर हिंसा में 6,000 से ज्यादा मामले आये सामने
3 मई को शुरू हुई हिंसक झड़प के बाद से डिजिटल प्लेटफॉर्म सरकारी एजेंसियों की निगरानी में हैं। अब तक 6,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर आगजनी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से जुड़े हैं।
मणिपुर हिंसा में झूठी सूचनाओं को फैलने से रोकना
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अधिक बारीकी से देखने से, हम ऐसे कई बयानों को ढूंढने और रोकने में सक्षम हुए जो फैलने से पहले विवाद पैदा कर सकते थे। हम झूठी सूचनाओं को फैलने से रोकना चाहते हैं, खासकर सोशल मीडिया पर। मणिपुर में इस तरह की घटनाएं ज्यादा हुई हैं, हम उनके बारे में कुछ भी करने से पहले वीडियो सत्यता की जांच सुनिश्चित करना चाहते हैं।
मणिपुर में स्थानीय पुलिस स्टेशनों को संसाधनों की कमी
अशांति के इस दौर में, स्थानीय पुलिस स्टेशनों को संसाधनों की कमी के कारण हत्या और हमले जैसे गंभीर अपराधों की जांच करने में बाधा आ रही है। सूत्रों के मुताबिक, कई थाने सीमित स्टाफ के साथ काम कर रहे हैं, इसलिए कानून व्यवस्था बनाए रखना उनका मुख्य फोकस बन गया है।
मणिपुर में कानून-व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए 135 कंपनियां भेजी गयी
इस बीच, केंद्र ने राज्य पुलिस को कानून-व्यवस्था की समस्या से निपटने में मदद के लिए 135 कंपनियां भेजी हैं। बताया जा रहा है कि स्थिति में सुधार हो रहा है। लेकिन अभी भी छिटपुट घटनाएं सामने आ रही हैं।
कुकी और मैतेई के बीच हिंसक झड़पों से शुरू हुई मणिपुर हिंसा
एक अधिकारी ने कहा कि मणिपुर के 16 जिलों में से आधे अभी भी बहाल नहीं हुए हैं, इसलिए हम समय-समय पर बलों को स्थानांतरित कर रहे हैं। मणिपुर में अशांति कुकी और मैतेई के बीच हिंसक झड़पों से शुरू हुई। इन झड़पों में अब तक कम से कम 125 लोग मारे गए हैं और 40,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
हाई अलर्ट पर हैं मणिपुर
एक वीडियो में दो महिलाओं को बिना कपड़ों के चलने के लिए मजबूर किए जाने के बाद कई लोग काफी नाराज हो गए और देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां तक कि संसद में नेता भी इसे लेकर नाराज हैं, केंद्र सरकार ने मणिपुर के हालतो को समझते हुए और लड़ाई को रोकने के लिए हजारों अर्धसैनिक और सेना की टुकड़ियों को मणिपुर भेजा हैं , लेकिन वहाँ अब भी कभी-कभार हिंसा भड़क उठती है, इसलिए वहाँ सभी को अतिरिक्त सावधान रहना होगा। इस समय राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है।