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ऊँचे पहाड़ों, झीलों और मठों से घिरा हुआ प्रसिद्ध स्थान : सेला दर्रा

अरुणाचल प्रदेश भारत के खूबसूरत पर्यटन स्थलों मे से एक है। भारत का ये पर्यटन स्थल अपने ऊँचे – ऊँचे पहाड़ों, झीलों और मठों के लिए जाना जाता है। अरुणाचल प्रदेश का पर्यटन स्थल अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। यह सेला दर्रा अरुणाचल प्रदेश राज्य के तवांग ज़िले और पश्चिम कमेंग ज़िले के मध्य स्थित है।

यह सेला दर्रा अरुणाचल प्रदेश राज्य में 13,700 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। इस दर्रे से होकर ही तवांग शहर भारत एक मुख्य सड़क के माध्यम से जुड़ा हुआ है। तवांग शहर तक पहुँचने का यह दर्रा मुख्य मार्ग है। लेकिन सर्दियों के दौरान कभी-कभी भूस्खलन के कारण इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है। यह भारत-चीन सीमा की निगरानी के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग किया जाता है।

पहुंचने की सुविधा:

रेल मार्ग के जरिए:- सेला दर्रा तक पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन रंगपारा उत्तर है। जो स्टेशन से लगभग 340 किमी की दूरी पर है। यहाँ से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, तिरुपति, कन्याकुमारी, तिरुवनंतपुरम, कोयंबटूर और गोवा से दैनिक ट्रेनें मिल जाती हैं। जो रंगपारा उत्तर रेलवे स्टेशन से बस अथवा टैक्सी किराए पर ले सकते है।

हवाई मार्ग के जरिए:- निकटतम हवाई अड्डा गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल हवाई अड्डा है। जो लगभग 345 किमी दूरी पर है।

सडक मार्ग के जरिए:- सेला दर्रा पड़ोसी राज्य से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यह सार्वजनिक बसों अथवा टैक्सी का उपयोग करके आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह दर्रा तवांग से 78 कि.मी. और गुवाहाटी से 340 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।

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