जलन को कम करने के सरल घरेलू उपाय
मसालेदार भोजन, अपनी मनमोहक गर्मी और जीवंत अच्छे स्वाद के साथ, दुनिया भर में सदियों से लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे है। चाहे वह मिर्च की तीक्ष्णता हो या विदेशी मसालों की जटिल गर्माहट, वे इंद्रियों को जागृत करते हैं और स्वाद की एक सिम्फनी बनाते हैं। तात्कालिक अनुभूति से परे, मसालेदार भोजन एंडोर्फिन जारी करने के लिए जाने जाते है, जो एक आनंददायक उत्साह का कारण बनता है। लेकिन, अधिक मसालेदार भोजन को खाने से अक्सर पेट दर्द के साथ-साथ मुँह में जलन भी होने लगती है। जब यह जलन बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तो असहनीय हो जाती है और अक्सर हम इसे शांत करने के लिए ढेर सारा पानी पी लेते हैं लेकिन यह खत्म नहीं होती। यहाँ मसालेदार भोजन को खाने पर जो जलन होती है उसको कम करने के कुछ सरल घरेलू उपाय बातये है जो निम्नलिखित हैं:
दही: दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आपकी पाचन प्रणाली के लिए सहायक हो सकती हैं और जलन को कम करने में मदद कर सकती हैं क्योंकि यह एक ठंडी दूध से बानी हुई होती है।
ठंडे पानी का प्रयोग: जलन को कम करने के लिए आप ठंडे पानी का भी सेवन कर सकते है। ठंडा पानी आपके शरीर को शीतलता प्रदान कर सकता है।
नारियल तेल: नारियल तेल में अन्तिसेप्टिक गुण होते हैं जो त्वचा को शांति प्रदान कर सकते हैं और जलन को कम कर सकते हैं।
तुलसी की पत्तियाँ: तुलसी की पत्तियाँ त्वचा को शीतलता प्रदान कर सकती हैं और जलन को जल्दी शांत कर सकती हैं।
अलोवेरा जेल: अलोवेरा के जेल को त्वचा पर लगाने से जलन कम हो सकती है और यह जलन को शीतलता प्रदान कर सकता है।
गुलाब जल: गुलाब जल में शांतिकरण गुण होते हैं और यह जलन को कम कर सकता है। इसका उपयोग करने से पहले इसको फ्रीज में रख कर फिर उपयोग करने से आप जलन में जल्दी राहत पा सकते है।
खीरा: खीरे में मौजूद पानी आपके जलन को शीतलता प्रदान कर सकता है और जल्द ही जलन को शांत कर सकता है।
हल्दी और दूध: दूध में हल्दी मिलाकर पीने से जलन में शांति मिल सकती है और जलन कम हो सकती है।
नमक और बेकिंग सोडा: नमक और बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर इसे जलन वाली जगह पर लगाए। यह जलन को कम करने में मदद कर सकता है।
आराम और हाइड्रेशन: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने शरीर को पर्याप्त आराम दें और पर्याप्त पानी पिए। हाइड्रेशन आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करेगा और जलन को कम कर सकता है।
यदि जलन बहुत ज्यादा है और लंबे समय तक बरकरार रहती है, तो आपको चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि यह एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।