सोनिया ने पीएम मोदी को पत्र लिख संसद के विशेष सत्र पर कोई एजेंडा सूचीबद्ध न होने की बात कही

पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र के लिए अभी तक कोई एजेंडा सूचीबद्ध नहीं किया गया है।
सोनिया गांधी ने कहा कि मुझे यह बताना चाहिए कि यह विशेष सत्र अन्य राजनीतिक दलों के साथ परामर्श के बिना बुलाया गया है, हममें से किसी को भी इसके एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमें केवल इतना बताया गया है कि सभी पांच दिन सरकारी कामकाज के लिए आवंटित किए गए हैं।
सोनिया गांधी ने विशेष सत्र के दौरान केंद्र-राज्य संबंध, सांप्रदायिकता, मणिपुर की स्थिति और चीन के साथ सीमा संघर्ष सहित कई मुद्दों पर चर्चा की भी मांग करने के बाद कहा मुझे पूरी उम्मीद है कि रचनात्मक सहयोग की भावना से इन मुद्दों को आगामी विशेष सत्र में उठाया जाएगा।
यह आधिकारिक जी20 शिखर सम्मेलन के निमंत्रणों में “इंडिया” के बजाय “भारत” के उपयोग के एक दिन बाद आया है, जिससे देश के नाम परिवर्तन पर चर्चा छिड़ गई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रधानमंत्री की इंडोनेशिया यात्रा पर एक दस्तावेज़ भी साझा किया जिसमें उन्हें भारत का प्रधानमंत्री कहा गया था।
सूत्रों का कहना है कि सरकार इस महीने के अंत में संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में देश का नाम बदलने का प्रस्ताव रख सकती है, तथ्य यह हैं कि सरकार ने विशेष सत्र के लिए किसी एजेंडे की घोषणा न कर लोगों की अटकलों को और बढ़ा दिया है।
संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा, सत्र संसद के पुराने भवन में शुरू होगा और 19 सितंबर को नए भवन में स्थानांतरित किया जाएगा।
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