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सपा अपनी सरकार में अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाती रही, केवल परिवार का स्वार्थ ही याद रहता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा पर आरोप लगाया, “इन लोगों को सामान्य मानव की विकास और प्रगति की प्यास से और गरीबी से मुक्त होने की प्यास से कभी कोई मतलब नहीं रहा. वह सिर्फ अपनी, अपने करीबियों की और अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे. अपना स्वार्थ सोचने वाली यही प्यास विकास की नदी के हर बहाव को सोख लेती है.” मोदी ने दावा किया, “भाजपा प्रदेश के हर व्यक्ति को अपना परिवार मानती है. हमारा मंत्र है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सब का प्रयास. इसलिए भाजपा की सरकार में भाई भतीजावाद और तुष्टीकरण की कोई जगह नहीं है.”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री आवास योजना में घर मिलता है तो हर गरीब को मिलता है. इसके लिए उसकी जाति, उसका पंथ, उसका क्षेत्र नहीं देखा जाता है. जब उज्ज्वला योजना से गैस का कनेक्शन मिलता है तो माताओं और बहनों की जाति और पंथ नहीं पूछा जाता. जब गन्ना किसानों का बकाया भुगतान किया जाता है, सिंचाई का पानी मिलता है, वह सभी को बराबरी से मिलता है. यह फर्क मेरे उत्तर प्रदेश के किसान और गरीब भाई-बहन और नौजवान कभी भूल नहीं सकते. जो लोग आज जात-पात के नाम पर वोट मांग रहे हैं, जाति का वास्ता दे रहे हैं., सत्ता में आने पर इन्हें केवल उनके परिवार का स्वार्थ ही याद रहता है.”
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया, “जो लोग चौधरी चरण सिंह की विरासत की दुहाई देकर आप को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं उनसे यह जरूर पूछिएगा कि जब उनकी सरकार थी तब वह आपके गांव में कितनी बिजली देते थे. उन्होंने प्रदेश को अंधेरे में रखा ताकि अपराध बढ़े, हमने बिजली दी ताकि विकास बढ़े. पहले की सरकारों ने उत्तर प्रदेश का बहुत समय गंवा दिया है. अब उत्तर प्रदेश को उस नुकसान की भरपाई करते हुए और तेजी से आगे बढ़ना है.
पहले की सरकारों का मॉडल समस्या पैदा करो फिर सहानुभूति के नाम पर सब समेट लो, का था. उनके इस मॉडल से किसान नौजवान गरीब शोषित दलित सब परेशान थे.” मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान महिलाओं और बहनों बेटियों से छेड़छाड़ आम बात थी. हालात इतने खराब थे कि चेन लूटे जाने पर इस बात का शुक्र मनाया जाता था कि चलो जान तो बच गई. योगी सरकार ने बेटियों को उस भय से मुक्त करके दिखाया है