कोरोना महामारी का असर इस चैंपियनशिप पर पड़ा?

आईसीसी के नए चैयरमैन ग्रेग बारक्ले का मानना है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से अबतक टेस्ट क्रिकेट को कुछ खास बढ़ावा नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से अभी इतना फायदा नहीं मिला है जितना सोचा गया था। आईसीसी चैयरमैन के इस बयान से इस चैंपियनशिप के भविष्य पर संशय पैदा हो गया है। बारक्ले ने कहा कि कोरोना महामारी का असर भी इस चैंपियनशिप पर पड़ा है। बारक्ले ने कहा - मुझे नहीं लगता कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से टेस्ट क्रिकेट को कुछ खास बढ़ावा मिला है। कोरोना से चैंपियनशिप की कमियां उजागर हुई हैं, जो मामले पहले भी थे। टेस्ट चैंपियनशिप कराने का उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट में रुचि जगाना था। उन्होंने कहा - एक आदर्शवादी दृष्टिकोण से देखें तो इसके कई फायदे होंगे, लेकिन मैं इससे सहमत नहीं हूं। मुझे नहीं लगता कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप ने अबतक वह हासिल किया है, जिसकी उम्मीद थी।
आईसीसी ने हाल में ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वॉइंट सिस्टम में बदलाव किया था, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पीछे छोड़ते हुए, टॉप पोजिशन हासिल कर ली है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 2021 में लॉर्ड्स मैदान पर टॉप-2 टीमों के बीच खेला जाना है। कोविड-19 महामारी के चलते इस बीच कई टेस्ट सीरीज स्थगित हुई हैं, जिसका असर इस टूर्नामेंट पर पड़ सकता है।