AUSvIND: नई जर्सी और कोरोना काल में नए माहौल के बीच भारत खेलेगा पहली सीरीज

नई जर्सी और कोरोना काल में नए माहौल के बीच भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया जैसे दिग्गज के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करेगी तो शुक्रवार को पहले एक दिवसीय क्रिकेट मैच में उसे अपने ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा की कमी खलेगी। चोटिल रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी से बल्लेबाजी क्रम पर असर जरूर पड़ेगा। विराट कोहली की टीम ने आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय मैच मार्च की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रही टीम का सामना अब ऑस्ट्रेलिया जैसे धुरंधर से है जिसे उसकी धरती पर हराना कतई आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया में फोकस इस पर रहेगा कि रोहित की अनुपस्थिति में टीम संयोजन सही कैसे बन पाता है। शिखर धवन के साथ मयंक अग्रवाल पारी का आगाज करेंगे या शुभमन गिल, मिचेल स्टार्क या पैट कमिंस की गेंदों को झेलना आसान नहीं रहेगा।
भारतीय बल्लेबाजों का सामना सर्वश्रेष्ठ तेज आक्रमण से होने जा रहा है जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास एडम जंपा के रूप में कुशल स्पिनर भी है, जिसने कई बार कोहली को परेशान किया है। लय में लौटे स्टीव स्मिथ, रन मशीन डेविड वार्नर और उभरते सितारे मार्नस लाबुशाने की मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर हराने के लिए भारतीयों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। ऑस्ट्रेलिया में भारत ने 1980 से अबतक 51 वन-डे इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें से सिर्फ 13 में ही जीत हाथ लगी है। 36 मैच ऑस्ट्रेलिया तो दो बेनतीजा थे। भारतीय एकादश में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी दोनों शामिल हो सकते हैं या टीम प्रबंधन टेस्ट श्रृंखला को ध्यान में रखकर एक मैच में एक को ही उतार सकता है। ऐसे में शार्दुल ठाकुर और नवदीप सैनी को मौका दिया जा सकता है। केएल राहुल के लिए भी यह दौरा अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा। उपकप्तान राहुल आईपीएल में शानदार फॉर्म में थे, जिसे वह बरकरार रखना चाहेंगे, लेकिन असल चुनौती विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी की जगह लेने की है जहां उन्हें युजवेंद्र चहल की गुगली को भांपना होगा। हार्दिक पांड्या छठे या सातवें नंबर पर आक्रामक बल्लेबाजी में माहिर है जिससे कोहली दो स्पिनर लेकर उतर सकते हैं। चौथे नंबर पर श्रेयस अय्यर ने पिछले दौरे पर अच्छा प्रदर्शन किया था।
ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम के लिए चहल चिंता का सबब होंगे। वहीं भुवनेश्वर कुमार जैसे डेथ ओवर्स के विशेषज्ञ गेंदबाज की गैर मौजूदगी में बुमराह पर अतिरिक्त जिम्मेदारी रहेगी। तीन वन-डे के बाद तीन टी-20 मैच खेले जाने हैं। टेस्ट श्रृंखला 17 दिसंबर से शुरू होगी।