भारतीय खिलाड़ियों की ये गलतियां पड़ी भारी, वरना कुछ और होता मैच का नतीजा

11 फरवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ माउंट माउनगुई में नौ माह पहले खेले मैच के बाद आज जब भारतीय टीम सिडनी में उतरी तो मैच के परिणाम में कोई बदलाव नहीं आया। ऑस्ट्रेलिया ने उसे तीन मैच की वन-डे सीरीज के पहले मुकाबले में 66 रन से पीट दिया। कोरोना काल के दौरान अपनी पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में मिली हार से कप्तान कोहली जरा भी निराश नहीं है। टॉस जीतकर कंगारुओं ने निर्धारित 50 ओवर में 375 रन बनाए। कप्तान आरोन फिंच और पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने शानदार शतक जड़ा। डेविड वार्नर अर्धशतक बनाकर आउट हुए तो बीच में ग्लेन मैक्सवेल ने भी आतिशी पारी खेली। जवाब में भारतीय पारी 308/8 ही बना पाई। मैच में 21 गेंद में महज 21 रन बनाने वाले कोहली ने कहा कि हमें अभ्यास के लिए भरपूर समय मिला था और वह हार के लिए कोई बहाना नहीं बनाएंगे।
भारत की यह एकदिवसीय मुकाबलों में लगातार चौथी हार थी। बकौल कोहली, 'हम लंबे समय से टी-20 क्रिकेट खेल रहे थे। 25-26 ओवर के बाद हमारी बॉडी लैंग्वेज ढीली पड़ गई। हमें गेंदबाजी में कुछ प्रयोग करने होंगे। हार्दिक पांड्या बॉलिंग के लिए पूरी तरह फिट नहीं हैं, हमें उस क्षेत्र में काम करने की जरूरत है, जो किसी भी टीम को संतुलित करने के लिए बेहद आवश्यक भी है, ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टोइनिस और मैक्सवेल कर रहे। विराट ने आगे कहा कि उन्होंने लक्ष्य का पीछा करने से पहले एक योजना बनाई थी, जिस पर सभी बल्लेबाजों ने काम किया। टॉप-3 से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। हार्दिक की पारी सभी के लिए उदाहरण हैं। हमने इस मैच में पॉजिटिव क्रिकेट खेली है और पूरी सीरीज भर यही कोशिश करते देखे भी जा सकते हैं।' हंसते हुए कोहली ने खुद गेंदबाजी करने की बात भी कही।