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अवनी चतुर्वेदी – महिला लड़ाकू पायलट

आज आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताते हैं जिसने भारतीय वायु सेना और सभी भारतीयों का गर्व से सिर ऊंचा कर दिया। अवनी चतुर्वेदी को अपनी दो साथियों, मोहना सिंह जीतरवाल और भावना कंठ के साथ जून 2016 में पहली महिला लड़ाकू पायलट घोषित किया गया था। उन्हें औपचारिक रूप से 18 जून 2016 को तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा राष्ट्र की सेवा के लिए नियुक्त किया गया था।
अवनी 2018 में मिग -21 में एकल उड़ान भरने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बनीं। फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी का जन्म 27 अक्टूबर 1993 में मध्य प्रदेश के सतना जिले में हुआ था। अवनि के बड़े भाई है नीरभ, जो भारतीय सेना में एक अधिकारी हैं। उन्होंने अवनी को भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। अवनी के पिता दिनकर चतुर्वेदी मध्य प्रदेश सरकार के जल संसाधन विभाग में अधीक्षण अभियंता हैं और उनकी माँ एक गृहिणी हैं।
अवनी की प्रारंभिक पढाई मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के देओलोंड से प्राप्त की। 2014 में बनस्थली विश्वविद्यालय, राजस्थान से कंप्यूटर विज्ञान से बी.टेक की पढ़ाई पूरी की। वह उस कॉलेज के फ़्लाइंग क्लब में शामिल हुईं, जिसने उन्हें उड़ान भरने के लिए आकर्षित किया। अवनी ने वायु सेना आम प्रवेश परीक्षा (AFCAT) पास की और फिर आगे वायु सेना चयन बोर्ड (AFSB) द्वारा सिफारिश की गई। उन्हें अपने कॉलेज के फ्लाइंग क्लब में कुछ घंटों के उड़ान का अनुभव भी था, जिसने उन्हें IAF (भारतीय वायु सेना) में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
अवनी को स्केचिंग, पेंटिंग, शतरंज और टेबल टेनिस खेलना पसंद है। 25 वर्ष की आयु में अवनी चतुर्वेदी ने हैदराबाद वायु सेना अकादमी में प्रशिक्षण पूरा कर लिया था। हैदराबाद में एक वर्ष का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, अवनी जून 2016 में एक लड़ाकू पायलट बन गयी। अवनी ने एक बार कर्नाटक से सटे बीदर में चरण III का प्रशिक्षण पूरा किया है। अवनि को 2018 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर पदोन्नत किया गया था। 2018 में ही उन्हें बनस्थली विद्यापीठ से डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
अवनी चतुर्वेदी ने नवंबर 2019 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट विनीत चिकारा से शादी की। अवनी को 9 मार्च 2020 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्तमान में अवनी राजस्थान के सूरतगढ़ में भारतीय वायु सेना संख्या 23 स्क्वाड्रन पैंथर्स में तैनात हैं। अवनी का व्यक्तित्व आज की महिलाओं को भारतीय वायु सेना में सम्मिलित होने के लिए प्रोत्साहित करता है।

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