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यूपी में अब अपराधी खुद भागकर जेल आते है और मांग करते रहे कि हमें बंद कर दो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में खुद जेल गए अपराधी उत्तर प्रदेश की जनता से हिसाब चुकता करने के लिए कई सालों से अगले विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं और अगर चुनाव बाद राज्य की सरकार बदली तो गुंडों के सपने पूरे हो जाएंगे. प्रधानमंत्री ने बिजनौर, मुरादाबाद और अमरोहा के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जन चौपाल को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए सपा पर करारे हमले किए. उन्होंने कहा, “आपने देखा है कि योगी जी के शासन में अपराधी खुद भागकर जेल गए और मांग करते रहे कि हमें बंद कर दो. वह सालों से इस चुनाव का इंतजार कर रहे हैं.
उन्हें एक ही उम्मीद है कि जल्दी से जल्दी चुनाव आए, कैसे भी सरकार बदल जाए ताकि वह जेल से बाहर आ सकें.” उन्होंने आरोप लगाया, “अपराधी मना रहे हैं कि किसी भी तरह पुरानी वाली माफिया राज वाली सरकार आ जाए. जो अपराधी यूपी छोड़कर भाग गए थे वह भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार बदले तो फिर से लौट कर आएं. यह अपराधी चाहते हैं कि लूट, डकैती छिनैती का जो धंधा पांच साल से ठप पड़ा है, यूपी की जनता से उसकी भरपाई करें. वह बदला लेने के मूड में हैं. यह लोग जात-पात के नाम पर बंटवारा करके भाजपा को रोकना चाहते हैं. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि इस खेल से सावधान रहिए.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस चुनाव में और कुछ नहीं देखना है. केवल कमल छाप देखना है. भाजपा आएगी तो आपकी सुरक्षा होगी, यह आएंगे तो गुंडों के सपने पूरे होंगे. जब आप वोट डालने जाएं तो यह जरूर याद रखें आप यूपी के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी वोट दे रहे हैं. यूपी के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता. यूपी के मतदाता हमेशा यह याद रखकर वोट देते हैं. आज भी आपका जोश बता रहा है कि एकजुट होकर आप सही फैसला लेने को तैयार हैं. यूपी ने भरी हुंकार, एक बार फिर योगी सरकार.”
मोदी को बिजनौर आकर चुनावी रैली को संबोधित करना था लेकिन खराब मौसम के कारण वह नहीं पहुंच सके और रैली को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया. उन्होंने कवि दुष्यंत कुमार की दो पंक्तियों ‘यहां तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियां मुझे मालूम है पानी कहां ठहरा हुआ होगा’ का जिक्र किया और आरोप लगाया, “वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में भी विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था. यह पानी नकली समाजवादियों के परिवार में उनके करीबियों में ठहरा हुआ था.