एकेटीयू पहुंचा ताइवानी प्रतिनिधिमंडल, उद्यमिता के अवसर पर हुई चर्चा

उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार गंभीर है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तमाम योजनाएं चल रही है। स्टार्टअप को आगे ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। विशेषज्ञों और उद्योग से जुड़े लोग स्टार्टअप का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
इसी क्रम में बुधवार को डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय स्थित इनोवेशन हब में शोध और उद्यमिता के क्षेत्र में बेस्ट प्रैक्टिसेस पर चर्चा के लिए दो सदस्यीय ताइवानी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में साइंस एंड टेक्नॉलजी डिविजन ताइवान के निदेशक डॉ0 चिन सैंग वैंग और सहायक निदेशक एल्ली च्यांग थीं। इन्होंने एसो0 डीन डॉ0 अनुज शर्मा और इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह से स्टार्टअप और शोध के विभिन्न अवसरों पर चर्चा की। साथ ही ताइवान की ओर से स्टार्टअप के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं और स्कॉलरशिप के बारे में बताया। वहीं, सेमीकंडक्टर, माइक्रोचिप और स्पेसटेक के क्षेत्र में अवसर के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इन तीनों क्षेत्रों में काम करने वाले कुछ चुनिंदा स्टार्टअप को इनोवेशन हब के जरिये ताइवान में एक महीने तक काम करने का अवसर मिलेगा। स्टार्टअप एक्सीलेंस प्रोग्राम के तहत चयनित स्टार्टअप को रहना खाना निशुल्क होगा। विशेषज्ञ स्टार्टअप को संबंधित क्षेत्र में गाइड करेंगे। बताया कि सेमीकंडक्टर के बारे में ताइवान से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। इसके लिए भविष्य में शीघ्र ही करार करने की भी मंशा जताई।
इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने इनोवेशन हब में पंजीकृत कुछ स्टार्टअप से भी मुलाकात कर उन्हें विभिन्न योजनाओं और स्कॉलरशिप के बारे में बताया। जबकि डॉ अनुज शर्मा और महीप सिंह ने दोनों मेहमानों को इनोवेशन हब और प्रदेश में नवाचार और उद्यमिता की स्थिति पर प्रकाश डाला। साथ उनसे फीडबैक भी जाना। जिससे कि उनके सुझाव को यहां पर लागू किया जा सके। वहीं ताइवानी टीम ने इनोवेशन हब की टीम को ताइवान स्थित टेक्नोलॉजी पार्क देखने के लिए आमंत्रित भी किया। इस मौके पर इनोवेशन हब की मैनेजर वंदना शर्मा, रितेश सक्सेना, हिमांशू शर्मा, संदीप कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।