मनोरंजनहास्य

अध्यापक-बच्चों से :- बच्चों अगर हमारे ईरादे बुलन्द हो तो

अध्यापक-बच्चों से :- बच्चों अगर हमारे ईरादे बुलन्द हो तो,

पत्थर में से भी पानी निकाला जा सकता है

भोलू :- सर जी, मै तो लोहे में से भी पानी निकाल सकता हूं…

अधयापक :- भोलू वो कैसे

भोलू :- घर में लगा हैंड पम्प से..

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मैडम पप्पू से :- बताओ दस में से दस घटाने पर कितने बचेंगे ?

पप्पू :- मैडम जी, मुझे पता नहीं.

मैडम :- पप्पू सोच अगर तेरे पास 10 भटुरे है,

और वो 10 भटुरे में तुझसे मै ले लूँ,

तो तेरे पास क्या बचेगा ??

पप्पू :- मैडम जी, ये तो जाहिर सी बात है छोले जी बचेंगे।

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मैडम-पप्पू से :- मुझे 1 से लेकर 15 तक जल्दी से अभी गिनती सुनाओ।

पप्पू :- ..1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 14, 15..

मैडम :- अवे पप्पू 13 कहां गया गिनती में से ?

पप्पू :- मैडम जी वो तो सुबह ही मर गया।

मैडम :- मर गया? तेरा दिमाग ख़राब है, वो कैसे मर गया???

मैडम :- मैडम जी, आज में और मेरे पापा सुबह टीवी पर न्यूज देख रहे थे,

कि उसमे बता रहे थे कि कोरोना में 13 की मौत हो गई !

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पप्पू तीसरी में पढ़ता था.

और कुछ दिनों से लगातार स्कूल में देर से आने पर

एक दिन मैडम ने कहा :- “पप्पू तुम रोज-रोज इतना लेट स्कूल क्यों आते हो अब?”

पप्पू :- “मैडम जी, आप मेरी इतनी ज्यादा फ़िक्र मत  किया करें ….

नही तो ये बच्चे अपना रिश्ता गलत समझते हैं !”

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