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THE glamour girl of the Indian Parliament’ – तारकेश्वरी सिन्हा

एक फील आई थी आंधी जिसको इंदिरा गाँधी से जोड़ कर देखा गया जबकि वह उस समय की ग्लैमरस रही तारकेश्वरी सिन्हा थी , गुलजार साहब ने ये बात खुद कही थी। कई सुंदरी आज भी संसद है , १९५२ में जब मेरा जन्म भी नहीं हुआ था, तब भी एक सुन्दर महिला सांसद ही नहीं मंत्री भी बनी, जिनके जवाहर लाल नेहरू भी प्रशंसक रहे वह थी नालंदा में जन्मी तारकेश्वरी सिन्हा। 26 दिसबंर १९२६ को वह पैदा हुए थी और 14 अगस्त २००७ को उनका इंतकाल हुआ ,उनका जन्म नालंदा जिले के एक संभ्रांत भूमिहार परिवार में हुआ था।

चांदी के पास तुलसीगढ़ तारकेश्वरी सिन्हा का पुश्तैनी गांव हैं। वैसे, पटना के बांकीपुर गर्ल्स कॉलेज जो अब मगध महिला कॉलेज है में पढ़ाई कीं। बाद में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में एमएससी किया। तारकेश्वरी सिन्हा के पिता डॉक्टर नंदन प्रसाद सिन्हा पटना में सर्जन थे, वो उनकी इकलौती बेटी थीं। पढ़ाई के दौरान ही स्टूडेंट पॉलिटिक्स में इंट्रेस्ट हो गया। 19-20 साल की उम्र में उन्होंने देखते ही देखते बिहार की बड़ी छात्र नेता के तौर पर पहचान बना लीं।

एक से बढ़कर एक तारकेश्वरी सिन्हा साड़ियां पहनती थीं। कहा जाता है कि उसे वो रिपीट नहीं करती थीं। फर्राटेदार हिन्दी और अंग्रेजी बोलनेवाली तारकेश्वरी सिन्हा जब उर्दू की शेरो-शायरी का अपने भाषणों में इस्तेमाल करती थीं तो समां बंध जाता था इंदिरा गाँधी भी उनकी सुंदरता से रश्क रखती थी ऐसा कहा जा सकता है । क्योकि इंदिरा गांधी पर जीवनी लिखने वाली कैथरीन फ्रेंक ने अपनी किताब ‘इंदिरा’ में लिखा कि किसी जमाने में फिरोज गांधी का खुलेआम तारकेश्वरी से प्रेम प्रसंग चला था। वह सूंदर ही इतनी थी।

थरीन ने तारकेश्वरी सिन्हा को ‘The glamour girl of the Indian Parliament’ कहा है तारकेश्वरी सिन्हा, भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रहीं । आजादी के बाद 1952 में हुए पहले चुनाव में महज 26 वर्ष की उम्र में लोकसभा सांसद चुनी गईं। इसके बाद 1957, 1962 और 1967 में बाढ़ संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा पहुंची। बॉब कट बाल। बला की खूबसूरत। चेहरे पर गजब का ग्लो। बड़ी-बड़ी चमकती आंखें। करीने से पहनी साड़ी में जब तारकेश्वरी सिन्हा पार्लियामेंट से निकलती थीं तो सांसद क्या, मंत्रियों तक में दीवानगी दिखती थी।

अमरीकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने 5 मार्च 1971 के एडिशन में उनकी आवाज को शहद सरीखी बताया था। इसी लेख में बताया गया है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उन्हें सख्त नापसंद करती थीं। इंदिरा गांधी को लगता था कि तारकेश्वरी सिन्हा उनके पति फिरोज गांधी के बहुत करीब हैं। जब इंदिरा गांधी राजनीति की ककहरा सीख रही थीं, तब तारकेश्वरी सिन्हा उनके पिता पंडित जवाहर लाल नेहरू के कैबिनेट में मंत्री थीं।1958-64 तक जवाहरलाल नेहरू केंद्रीय कैबिनेट में पहली महिला उप वित्त मंत्री थीं। उन्हें मोरारजी देसाई का करीबी माना जाता था ।। उन्हें ‘बेबी ऑफ हाउस’, ग्लैमर गर्ल ऑफ इंडियन पॉलिटिक्स’ और ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ कहा गया। तारकेश्वरी की शादी छपरा के जाने-माने भूमिहार जमींदार परिवार में की गयी थी । उनके पति निधिदेव सिंह तब नामचीन वकील थे और सरकार के मुकदमों की पैरवी किया करते थे।

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