विशेष खबर
हर नक्षत्र का वृक्ष एक प्रतीक है
अंग्रेजो ने भारत को १४अगस्त को आजाद कर दिया था , मगर भारत ने आजादी १५ अगस्त को ली क्योंकि १५ अगस्त को नक्षत्र ठीक नही थे बस १४ अगस्त की रात और १५ अगस्त की सुबह १२ बजे का नक्षत्र ठीक था इसलिए रात १२ बजे आजादी ली गई , ये है नक्षत्र की विशेषता। इसलिए हर नक्षत्र का वृक्ष एक प्रतीक है वह निम्न हैं: –
१.अश्विनी-किंपाक
२ .भरणी-आँवला
३.कृत्तिका-गूलर
४.रोहिणी-जामुन
५.मृगशिरा-खदिर
६.आर्द्रा-शीशम
७.पुनर्वसु-बाँस
८.पुष्य-पीपल
९.आश्लेषा-नागकेसर
१०.मघा-वट
११.पूर्वाफाल्गुनी-पलाश
१२.उत्तराफाल्गुनी-पाकड़
१३.हस्त-रीठा
१४.चित्रा-बिल्व
१५.स्वाती-अर्जुन
१६.विशाखा-कटाय
१७.अनुराधा-बकुल
१८.ज्येष्ठा-चीड़
१९.मूल-साल
२०.पूर्वाषाढा-अशोक
२१.उत्तराषाढा-कटहल
२२.श्रवण-मदार
२३ धनिष्ठा-शमी
२४.शतभिषा-कदम्ब
२५.पूर्वाभाद्रपद-आम
२६.उत्तराभाद्रपद-नीम
२७.रेवती-महुआ