नासिर हुसैन के इस बयान की सच्चाई कर देगी हैरान – मेधज न्यूज़

नासिर हुसैन ने कहा कि भारतीय फैंस उनके पीछे पड़ सकते हैं लेकिन डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद वो वास्तव में भारतीय बल्लेबाजों से निराश हैं, इस बीच पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी नासिर हुसैन ने उनके नाम पर चल रहे बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि बाबर आज़म और केन विलियमसन वाला बयान उन्होंने नहीं दिया था। वायरल बयान में हुसैन ने सुझाव दिया कि भारतीय टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज पाकिस्तान के बाबर आजम और न्यूजीलैंड के केन विलियमसन से पेसरों से निपटने के तरीके के बारे में सुझाव ले सकते हैं, लेकिन इस बयान की सच्चाई कुछ और ही है।
नासिर हुसैन ने कहा कि उनके नाम पर तेज़ी से फैल रहा बयान पूरी तरह फेक यानी झूठा है। नासिर हुसैन ने खुद इस बात की पुष्टि की है, कि ये उनका बयान नहीं है।
नासिर के पुराने यानी फेक बयान के मुताबिक कहा गया था, “भारतीय बल्लेबाजों ने वास्तव में निराश किया है, उनके प्रशंसक यह कहने के लिए मेरे पीछे पड़ सकते हैं, मगर मुझे लगता है कि भारतीय टीम के शीर्षक्रम को बाबर आजम और केन विलियमसन से सीखने की जरूरत है कि जब गेंद घूम रही हो तो तेज गेंदबाजों को कैसे खेलना चाहिए। वे दोनों काफी लेट से खेलते हैं। गौरतलब है कि फाइनल में भारत की ओर से अजिंक्य रहाणे ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज थे, जिन्होंने दोनों पारियों में डटकर मुकाबला किया। उन्होंने पहली पारी में 89 और दूसरी पारी में 46 रन का योगदान दिया। रोहित शर्मा, विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में क्रमश: 43, 49, 27 रन बनाए। यह तीनों पहली पारी में 15 का आंकड़ा पारी नहीं कर सके। वहीं, शुभमन गिल ने 13 और 18 रन का योगदान दिया।
कमज़ोर रही थी भारतीय बल्लेबाज़ी
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में भारतीय टीम की ओर से बेहद खराब बैटिंग देखने को मिली थी। ऑस्ट्रेलिया के 469 रनों के जवाब में इंडिया पहली पारी में 296 रनों पर आलआउट हो गई थी. इसके बाद 444 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम 234 रनों पर ही सिमट गई थी. टीम की ओर से पहली पारी में रहाणे और शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतकीय पारियां खेली थीं। वहीं बाकी दोनों ही पारियों में सभी बल्लेबाज़ नाकाम दिखाई दिए थे।