यह मामला उत्तर प्रदेश राज्य के लखनऊ जिले के खुशहालगंज क्षेत्र से सामने आया है जहाँ एक शाम को रुपये चोरी के शक में तीन लोगों ने मिल कर एक 13 वर्षीय बच्चे को मौत के घाट उतार दिया। मृतक बच्चे की पहचान मोहान रोड पर खुशहालगंज निवासी 13 वर्षीय इंद्रजीत यादव के रूप में हुई है और आरोपियों की पहचान उन्नाव के अजगैन के इनायतपुर का निवासी रोमियो, माल में रहने वाले राजू यादव और राजाबाग घोल रसइयां निवासी राजेंद्र रावत के रूप में हुई है।
यह घटना कुछ इस प्रकार से घटी की पेशे से मजदूर इंदल यादव का बेटा इंद्रजीत यादव घटना वाले दिन अपने मित्र पवन के साथ साईकिल से अपने गांव से थोड़ी दूर पर गया था जहाँ पर एक मकान का निर्माण हो रहा था वहां पर तीनों आरोपी मजदूरी कर रहे थे की तभी तीनो आरोपियों को इंद्रजीत के हाथ में 500 रुपये के 2 नोट दिखे जबकि वो नोट नकली थे, लेकिन आरोपियों को लगा की इंद्रजीत ने नोट चोरी किये हैं और तीनो ने इंद्रजीत से नोट छीनने के लिए उस पर झपटे और उसको पीटने लगे। यह देख कर इंद्रजीत का मित्र पवन डरकर वहां से भाग गया। इंद्रजीत ने भी भागने की बहुत कोशिश की लेकिन वो कामियाब न हो सका और तीनो आरोपियों ने मिल कर इंद्रजीत का गला दबा कर उसकी हत्या कर दी।
बच्चे के मर जाने पर तीनो आरोपी बहुत डर गए और उन्होंने पहले वहां से भागने का सोचा लेकिन उन्हें लगा की भागने से पुलिस और गांववालों को उन पर सन्देह हो जायेगा तो इसलिए तीनो ने मिल कर इंद्रजीत के शव को रस्सी के सहारे एक आम के पेड़ से लटका दिया ताकि यह घटना आत्महत्या लगे। इस घटना को अंजाम देने के बाद तीनो वापस आकर मजदूरी करने लगे। लगभग कुछ समय बाद गांव वालों ने इंद्रजीत का शव आम के पेड़ लटका हुआ देखा। गांव वालों ने पहले शव को पेड़ से उतारा, फिर पास में ही काम कर रहे तीनो मजदूरों पर शक हुआ और उनसे पूछताछ करने पर वो डर कर भागने लगे। गांव वालों ने तीनो को पकड़ लिया और खूब पीटा। फिर गांव वालों ने तीनो को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
घटनास्थल पर पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची, वहां पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। पुलिस और क्राइम ब्रांच की सख्ती से पूछताछ में तीनों आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।